आम बोलचाल में कई बार हम राजयोग शब्द को सुनते हैं। राजयोग होने का मतलब यह है कि व्यक्ति राजा के समान सुख-सुविधाओं से भरा जीवन व्यतीत करता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, राजयोग की जानकारी हथेली की रेखाओं से मिलती है। हथेली पर बने निशानों रेखाओं की सहायता से व्यक्ति के भविष्य से जुड़ी बातों की जानकारी हस्तरेखा शास्त्र से मिलती है।
भाग्य में राजयोग होने पर व्यक्ति राजा के समान यश, ऐष्वर्य व सुख-सुविधाओं से भरा जीवन व्यतीत करता है। हस्तरेखा के अनुसार हथेली में त्रिशुल का निशान होना बहुत भाग्यशाली माना जाता है जिस जातक की हथेली पर हृदय रेखा के सिरे पर गुरु पर्वत के पास त्रिशूल का निशान हो वह समाज में गौरव एवं सम्मान प्राप्त करता है,इसके अलावा यदि सूर्य रेखा पर त्रिशूल का निशान बना हो तो व्यक्ति को सरकारी क्षेत्र में लाभ एवं उच्च पद प्राप्त होता है।यदि किसी व्यक्ति की हथेली पर मछली का चिन्ह हो तो शुभ माना जाता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हथेली में जीवन रेखा या भाग्य रेखा पर मछली का चिन्ह हो तो भाग्यशाली होता है। हथेली पर ये निशान लंबी आयु का भी प्रतीक माना जाता है।यदि जातक के अंगूठे में मछली का चिन्ह, वीणा या सरोवर जैसा निशान होते हैं तो व्यक्ति यशस्वी होता है. निश्चित तौर पर धनवान होने के साथ करोड़पति तक बनता है।जिस जातक के हाथ के शनि पर्वत पर त्रिशूल का चिन्ह हो, चंद्र रेखा का भाग्य रेखा से संबंध हो या भाग्य रेखा हथेली के मध्य से प्रारंभ होकर गुरु पर्वत तक जाए तो ऐसे व्यक्ति राज अधिकारी पद प्राप्त करता है।