आपणी हथाई न्यूज,राज्य सरकार द्वारा गोचर , ओरण , पायतान व चारागाह भूमि पर पट्टे काटने के केबिनेट के निर्णय के खिलाफ सरह नथानियान गोचर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का धरना शुक्रवार को 16 वे दिन भी जारी रहा । शुक्रवार को बीकानेर संभाग से संत – महात्मा , विभिन्न गोप्रेमी संस्थाएँ व जनप्रतिनिधियों का भाटी की जाजम पर आना जारी रहा ।
गुरुवार रात बिश्नोई के गुरु जम्भेश्वर भगवान का जागरण रखा गया एवं सुबह 120 शब्दों का पाठ व हवन सचिदानंद जी आचार्य लालासर साधरी के सानिध्य में किया गया । गोचर का यह आन्दोलन अपने 16 वें दिन आते – आते जन आन्दोलन का रूप ले रहा हैं । शनिवार को आई पंथ नाथ सम्प्रदाय श्रीकोलायत के मंहत योगी बंकनाथ जी महाराज धरना स्थल पर आयेगें । धरना स्थल पर आये संत – महात्माओं को अंशुमानसिंह भाटी व गोप्रेमी देवकिशन चांडक ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया ।
भाटी प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया गुरुवार रात जम्भेश्वर भगवान के जागरण में सचिदानंद जी आचार्य व अन्य कई भक्त परायण बिश्नोई समाज के मौजीज लोगों ने प्रस्तुतियां देकर वातावरण में भक्ति रस घोल दिया । जागरण में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम धारणियां , राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवराज बिश्नोई , जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष मोखराम धारणियां , मोडायत के सरपंच ओमप्रकाश खीचड़ , माणकासर के सरपंच जयसुख सिगड़ , पूर्व सरपंच गौडू राधाकिशन धायल , माणकासर के पूर्व सरपंच रामजस भादू , फल – सब्जी एवं ऊन मंडी के पूर्व चैयरमेन रामप्रताप बिश्नाई ने समवेत स्वर में कहा कि बिश्नोई समाज गोचर को बचाने इस आन्दोलन में उनके साथ तन – मन – धन से हैं । वक्ताओं ने कहा कि गोचर का यह प्रदेश स्तरीय आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाने बिश्नोई समाज कोई कसर नहीं छोड़ेगा ।
शुक्रवार सुबह सचिदानंद जी आचार्य के सानिध्य में 120 शब्दों का पाठ व हवन का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी सहित उपस्थित सभी गोप्रेमी ने आहुतिया दी ।
बांठिया ने बताया आज शुक्रवार को गंगानगर , हनुमानगढ़ सहित रायसिंहनगर , विजयनगर , पीलीबंगा , कालीबंगा , घड़साना , अनूपगढ के प्रसिद्ध संत मोतीदास जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा गो कल्याण के लिए किया जा रहा यह आन्दोलन एक सात्विक आन्दोलन है जिसमें साथ देना सभी गोप्रेमियों का धर्म हैं । इस सात्विक आन्दोलन से राज्य सरकार को झुकना ही होगा । इस अवसर पर भेलू से आये चन्द्रशेखर जी महाराज व गीता प्रेस प्रचारक प्रभुदयाल राजपुरोहित ने भी चल रहे आन्दोलन को अपना समर्थन दिया ।
आज घरना स्थल पर पीलीबंगा से संदीप सिंह राठौड़ , प्रदीप सिंह राठौड़ , गौ रक्षक दल हनुमागढ़ के अध्यक्ष मनीराम महिया , सुशील राबिया सरपंच कालीबंगा , रणजीत जोहड़ अजमेर , कालीबंगा गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष जगतारसिंह , कालीबंगा के उप – सरपंच भगवानसिंह , अरविन्द सुथार , पुष्कर साहरण , संतोष सुथार , अजमेर सिंह गोदारा , गोपीराम मेघवाल , देवीलाल कांगड़ा , राधाकिशन सुधार , लालचन्द इन्दलिया सहित सैकड़ों लोगों ने धरने पर अपनी मुखर उपस्थिति दर्ज करायी । बीकानेर देहात कांग्रेस के उपाध्यक्ष नित्यानंद पारीक वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सेवा दल के प्रदेश सचिव नृसिंह दास व्यास ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ आकर भाटी के धरने का समर्थन किया ।
धरना स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए देवी सिंह भाटी ने कहा हमारी संस्कृति में गाय , गंगा व धरती को माता माना गया है लेकिन सरकारों ने समाज व संस्कृति से अलग हटकर अपने नियम कानून गाय व गोचर पर थोपने शुरू किये है । इसके बाद से ही व्यवस्था बिगड़ी है जब तक गोचर का नियन्त्रण समाज के हाथ में था किसी की मजाल नहीं थी कि वो गोचर की जमीन पर कब्जा करें । भाटी ने कहा कि गोचर के मुद्दे पर छतीस कौम किसी भी सरकार को अपना निर्णय पलटने के लिए बाध्य कर सकती है । धरने को श्री गणेश गो सेवा समिति धान्धड़ा के अध्यक्ष पानाराम जाखड़ व अखिल भारतीय हित रक्षा श्रमिक समिति के अध्यक्ष गोपालसिंह राजपुरोहित ने अपनी कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ पहुंच कर धरने का समर्थन किया ।