स्वास्थ्य सेवाओं व विशेषकर मातृ शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सूचकांकों जैसे एएनसी, डिलीवरी, टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना, नसबंदी आदि में उपलब्धि शत प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा मंगलवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में दिनभर चली जिला स्वास्थ्य समिति की मैराथन बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने एजेंडावार समस्त फ्लैगशिप कार्यक्रमों सेवाओं व उपलब्धियों की समीक्षा की।
जिला कलेक्टर कलाल ने जिला स्तर पर मातृ शिशु स्वास्थ्य को लेकर “पुकार” नाम से नवाचार करने के बारे में बताया ताकि मातृ शिशु स्वास्थ्य सूचकांकों में जल्द से जल्द सुधार परिलक्षित हो सके। जिला कलेक्टर ने कोविड सैंपलिंग बढ़ाने, शत प्रतिशत घरों का प्रत्येक फेज में सर्वे करने, शत प्रतिशत लाभार्थियों को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगाने, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना में दवाओं की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने, ओपीडी पर्ची का उसी दिन इन्द्राज करने, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना हेतु आवश्यकतानुसार लैब सहायक आरएमआरएस से लगाने जैसे निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से अब तक वंचित समस्त परिवारों का पंजीकरण जल्द से जल्द पूर्ण करवाने तथा अस्पताल भर्ती होने वाले प्रत्येक मरीज को योजना का लाभ देने के लिए पाबंद किया। जहां जहां एएनएम कार्यरत नहीं है वहां सीएचए, आशा अथवा अन्य वैकल्पिक व्यवस्था से समस्त सर्वे कार्य पूर्ण कराए जाएं। जिला कलेक्टर कलाल ने जिले में जन्म पर लिंगानुपात “एसआरबी” के 978 से गिरकर 947 पर आने को अति गंभीरता से लेते हुए पीसीपीएनडीटी एक्ट की शत प्रतिशत पालना, समस्त सोनोग्राफी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखने, बोगस ग्राहक भेजकर संदिग्धों की पहचान करवाने तथा मुखबिर योजना से आमजन को जोड़ने के निर्देश दिए। संभाग स्तर पर किए जा रहे नवाचार “मनसा” यानी कि मिशन अगेंस्ट नारकोटिक सब्सटेंस एब्यूज को लेकर कोटपा एक्ट के तहत अधिकाधिक चालानिंग व जन जागरण के निर्देश जिला कलेक्टर द्वारा दिए गए। उन्होंने नॉन कम्युनिकेबल डीजीज से संबंधित सर्वे व ऑनलाइन फीडिंग का कार्य भी दुरुस्त करने के निर्देश प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी को दिए।
इससे पूर्व सीएमएचओ डॉ बी एल मीणा द्वारा एजेंडावार प्रत्येक कार्यक्रम की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार, डिप्टी सीएमएचओ डॉ योगेंद्र तनेजा, डॉ लोकेश गुप्ता, डॉ नवल किशोर गुप्ता, डीटीओ डॉ सी एस मोदी, डॉ अनिल वर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, डीपीएम सुशील कुमार, डीएनओ मनीष गोस्वामी सहित चिकित्सा विभाग के जिला, खंड, व संस्थान स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।