आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर शहरी परकोटे में इन दिनों पुष्करणा ओलंपिक सावे की धूम मच रही है वही दूसरी और एक पीड़ा हर गली मोहल्ले में मांगलिक कार्यों के बीच खलल डाल रही है । पुष्करणा ओलंपिक सावे यानी पुष्करणा समाज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम के चलते परकोटे को स्थायी एक छत घोषित किया गया है। यद्यपि शहर को एक छत तो घोषित कर दिया गया है लेकिन इस छत के नीचे बना आंगन जगह-जगह से टूटा-फूटा है। पुष्करणा सामूहिक विवाह से पहले शहर में आम दिनों से अधिक आवागमन हो गया है बावजूद इसके अब तक शहर की मुख्य व सहायक टूट- फूटी सड़कें सही नहीं करवाई गई है।
बीकानेर के जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन पुष्करणा सामूहिक विवाह की तैयारियों को लेकर बड़े-बड़े दांवे जरूर कर रहा है लेकिन सड़क जैसी मूलभूत सुविधा को भी अभी तक दुरुस्त नहीं किया जा सका है। अगर परकोटे को एक छत माना जाए तो नत्थूसर गेट परकोटे का ‘धोरी मोड़ा” यानि मुख्य द्वार है लेकिन परकोटे के इस मुख्य द्वार के अंदर प्रवेश से पहले ही आगंतुकों का बड़े-बड़े गड्ढों और टूटी सड़कों से स्वागत हो रहा है।
परकोटे के भीतर के सभी सहायक एवं मुख्य मार्ग की सड़कें टूटी फूटी एवं गड्ढों से भरी है जिसके चलते शहर में आम आवागमन को व मांगलिक कार्यों में जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि इस संबंध में शहर के लोग जनप्रतिनिधियों प्रशासन से बात कर चुका है लेकिन अब तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।