आपणी हथाई न्यूज़, सरकारी कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू तथा वेतन कटौती वापस लेने की घोषणा पर सोमवार को पूगल उपखंड अधिकारी और तहसील कार्यालय के कार्मिकों ने आपदा प्रबंधन मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल का भव्य अभिनंदन किया और मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताया।
इस दौरान आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन योजना पुनः लागू कर देश भर में मिसाल प्रस्तुत की है। राज्य सरकार के इस फैसले से 1 जनवरी 2004 और इसके बाद नियुक्त लाखों कार्मिकों को लाभ मिलेगा और उनका भविष्य सुरक्षित होगा। उन्होंने कार्मिकों का आह्वान करते हुए कहा कि सरकारी अधिकारी-कर्मचारी भी राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाएं तथा आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध है तथा पिछले तीन वर्षों में अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं, जिनसे ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ हुआ है।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि पूगल में नई ग्राम पंचायतें सृजित की गई हैं। यहां के स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला अस्पताल के रूप में क्रमोन्नत किया गया है। गौण मंडी के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। वहीं जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए 600 करोड़ तथा क्षेत्र की नहरों की रीक्लिनिंग के लिए 500 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
इस दौरान कार्मिकों ने राज्य सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता जताई और कहा कि पुरानी पेंशन बहाली से उन्हें भरपूर लाभ होगा।
इस दौरान पूगल उपखंड अधिकारी सीता शर्मा, तहसीलदार रामेश्वर लाल, कानूनगो भंवरलाल, गिरदावर इकबाल सिंह, मूलदान, दौलतराम, विकास, हंसराज, भोजाराम, राकेश बंसल, उद्योग सांख्यिकी अधिकारी तेजदान चारण, मनीष स्वामी आदि उपस्थित रहे।
बजट में मिली सौगातें, ग्रामीणों ने किया मंत्री का अभिनंदन
मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत किए गए राज्य के बजट में पूगल को अनेक सौगातें मिलने पर पूगल के मुख्य बाजार में ग्रामीणों द्वारा आपदा प्रबंधन मंत्री मेघवाल का अभिनंदन किया गया । इस दौरान आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पूगल और खाजूवाला का विशेष ध्यान रखा है। यहां शैक्षणिक उन्नयन से लेकर पानी, बिजली और सड़क जैसी आधारभूत विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा हमें देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का नागरिक होने पर गर्व होना चाहिए। हमारे संविधान ने हमें समानता का अधिकार दिया है। हमें इस पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों का आज के दौर में सर्वाधिक प्रासंगिक बताया।
इस दौरान तिलोकचंद भींचर, मुकेश बजाज, बाबूलाल मेघवाल, राणीदान, इस्माइल खां, यूनुस खां, थारुसर सरपंच हाकम खां, बराला सरपंच गिरधारी, कंकराला सरपंच मोडाराम, रियाज खां, राम सिंह, खेमाराम, ओमाराम सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।