आपणी हथाई न्यूज,बीकानेर शहर के युवा बीते कुछ वर्षों से नशे की जद में आ रहे हैं। बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों में बेखौफ प्रशासन की नाक के नीचे नशा व्यवसाय फल फूल रहा है।बीकानेर में चल रहे इस नशे के खेल की पूरी जानकारी पुलिस और प्रशासन को है बावजूद इसके पुलिस प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
समय-समय पर स्थानीय पत्रकारों द्वारा बीकानेर में चल रहे नशे को लेकर खबरें प्रकाशित की जाती है लेकिन इस मुद्दे पर पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन तमाशा देखते रहे है। युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति से अपराधों में भी बढ़ोतरी हो रही है। बीकानेर के कई स्थानों विशेषकर कुछ सार्वजनिक पार्कों, डिस्पेंसरी और अस्पतालों, शमशान भूमि और चाय के ठेलो पर बेरोकटोक नशा न केवल बेचा जाता है बल्कि इन्हीं स्थानों पर बैठकर नशाखोरी की भी जाती है।
एक ओर प्रशासन जहां बड़े सभागार में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाकर नशा मुक्ति के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर धरातल पर इस और कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही जिसके चलते प्रशासन की मंशा पर भी संदेह उठता है। बीकानेर में आज ही संभागीय आयुक्त ने रविंद्र रंगमंच में कार्यक्रम आयोजित कर नशाखोरी के विरुद्ध अभियान की शुरुआत की है लेकिन जिस तरीके से जमीनी स्तर पर पुलिस काम कर रही है उसको देखते हुए इस अभियान के सफल होने पर बड़ा संदेह है।
बीकानेर में नशाखोरी के चलते बिगड़ रहे हालातों पर पुलिस और जिला प्रशासन के साथ-साथ कुछ हद तक समाज भी जिम्मेदार है। समाज को मुखर होकर नशाखोरी के विरुद्ध आवाज बुलंद करनी होगी, तब जाकर बीकानेर में नशा मुक्ति संभव हो पाएगी।