आपणी हथाई न्यूज,राजस्थान की राजनीति में इन दिनों गहलोत के बजट की खूब चर्चा हो रही है शायद इस बजट का फायदा आलाकमान भी भुनाना चाहती है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के चीफ गोविंद डोटासरा के बाद अब प्रदेश के मुखिया आलाकमान से मिलने के लिए रविवार को विशेष विमान से दिल्ली के रवाना हुए जहां वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे सीएम के अचानक इस दौरे के कारण सियासी हलके में हलचल मच गई है हालांकि सीएम के दौरे का कारण उनके नजदीकी लोगों ने स्थानीय कार्यक्रम बताया है लेकिन ना तो किसी कार्यक्रम की जानकारी दी गई है ना ही यह बताया गया है कि सीएम वापस आएंगे मगर साथ ही यह माना जा रहा है कि पीएम वापस आज शाम को ही जयपुर आ जाएंगे।
कैबिनेट फेरबदल-2.? पर होगी कोई बात
बीते साल दिसंबर में गहलोत की कैबिनेट ने फिर बदल किया गया था इस फेरबदल में गहलोत कैबिनेट ने पायलट कैंप को विशेष दर्जी दी थी लेकिन निर्दलीय जीत कांग्रेस में शामिल हुए विधायक को को कैबिनेट के फेरबदल के दौरान जगह नहीं मिल पाई थी यह वही विधायक थे जब पायलट कैंप की बगावत के समय सीएम गहलोत का साथ देकर राजनीति संकट से उबार लिया था हालांकि सीएम गहलोत ने यह संकेत भी दिए थे कि राजस्थान में फिर कैबिनेट का फेरबदल होगा जयपुर में हुई आयोजित बैठक के दौरान असंतुष्ट विधायकों की नाराजगी दूर करने के लिए सीएम ने यह संकेत दिए थे सीएम ने उस समय कहा था कि कई विधायक जो कठिन समय में कांग्रेस के साथ खड़े थे उन्हें हर हाल में नवंबर में किए गए कैबिनेट विस्तार और फेरबदल में शामिल नहीं किया जा सका लेकिन सरकार उनके निर्वाचन क्षेत्रों में काम में बाधा नहीं आने देगी और पार्टी आलाकमान अगर अनुमति देता है तो फेरबदल के दौरान कैबिनेट में भी शामिल किया जाएगा।
आपको बता दें कि 25 फरवरी को नई दिल्ली में आईसीसी मुख्यालय पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की प्रेस वार्ता थी इस दौरान राजस्थान प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने गहलोत सरकार के बजट की मुक्त कंठ से तारीफ की थी और गहलोत के पुरानी पेंशन बहाल को ऐतिहासिक कार्य बताया था साथ ही माकन ने कहा कि राजस्थान में कोई भी सियासी संकट नहीं है और सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं।