आपणी हथाई न्यूज़, क्रिकेट के मैदान पर एक बार फिर एक खिलाड़ी की खेल भावना और जज्बे ने हरेक भारतीय और खेलप्रेमियों का जीत लिया है। बडौदा की रणजी टीम से खेलने वाले विष्णु सोलंकी ने अपनी बेटी के अंतिम संस्कार करने के ठीक बाद चंडीगढ़ के खिलाफ शतक लगाकर शानदार विल पावर और जज्बे का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। क्रिकेटर विष्णु की बेटी कई दिनों से बीमार थी,बीमारी से बच्ची हार गई और असमय देहांत हो गया। बेटी की बीमारी से विष्णु सोलंकी यूं ही चिंतित थे और जब बच्ची चल बसी तो विष्णु ने अपनी टीम के लिए बेटी के अंतिम संस्कार ठीक बाद मैदान में लौटने का फैसला किया और शतक लगा दिया। चंडीगढ़ के खिलाफ विष्णु ने 12 चौकों की मदद से 104 रन बनाएं। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने विष्णु को रियल हीरो कहकर उनके जज्बे को सलाम किया है।
मनोज रतन व्यास