आपणी हथाई न्यूज़, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को सीमा भवानी महिला बाइकर्स तथा सीमा सुरक्षा बल द्वारा के 36 सदस्यीय महिला बाइकर्स दल को बीकानेर के जूनागढ़ परिसर से हरी झंडी दिखाकर जयपुर के लिए रवाना किया। इस दौरान बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ मौजूद रहे। यह दल 11 मार्च को निरीक्षक हिमांशु सिरोही के नेतृत्व में बीकानेर पहुंचा था। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानों तथा बीएसएफ वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन (बाबा) की सदस्याओं के साथ नन्हें बालकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री भाटी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और समानता के संदेश को प्रचारित करती हुई रैली पूरे देश में बीएसएफ के संदेश को पहुंचा रही है। उन्होंने बीएसएफ के कर्तव्य, कार्य क्षेत्र एवं योगदान का स्मरण करवाते हुए बताया कि बीएसएफ, हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान व बांग्लादेश की सीमाओं की सुरक्षा का जिम्मा उठाए हुए हैं और देश की पांच केंद्रीय पुलिस सेवा में से एक मात्र ऐसी सेवा है जिसमें स्वयं की एयरविंग मरीनविंग आर्टिलरी है। इसके अलावा कई विशेषताओं से संपन्न बीएसएफ मुश्किल इलाकों में काम कर रही है। बीएसएफ का आदर्श वाक्य जीवन पर्यंत कर्तव्य, जिसके तहत संपूर्ण जीवन अपने कर्तव्य निष्ठा का पालन करते हुए देश की सेवा करना है।
उन्होंने कहा कि सीमा भवानी बाइकर्स विंग की स्थापना 2016 में हुई थी। इसकी सभी सदस्याएं, साहसी और बहादुर हैं और जांबाज तरीके से राइडिंग करती हैं। अभियान से पहले सीमा भवानी की अधिकांश सदस्य मोटर बाइक चलाना जानती नहीं थी, लेकिन बीएसएफ में आने के बाद इन्होंने मोटरबाइक चलाना सीखा और आज इतने लंबे सफर पर महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए आगे बढ़ रही हैं। सीमा भवानी ने राजपर पर प्रदर्शन से लेकर हाल ही में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जेंडर जस्टिस अवार्ड प्राप्त किया है।
मंत्री ने मातृशक्ति मां, बहन और बेटी को नमन करते हुए कहा कि पारिवारिक योगदान के साथ-साथ आज के समय में पुरुषों से कंधा मिलाकर देश की प्रगति में भागीदारी निभा रही है। उन्होंने श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र, जो कि बॉर्डर एरिया है, की विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों के बारे में बताया।
श्री भाटी ने अपने उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में महिला शिक्षा के लिए किए गए कार्य के बारे में बताया और राजस्थान सरकार के महिला शिक्षा बढ़ावा देने के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गर्ल्स कॉलेज के अभाव में बेटियां उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती थी, लेकिन मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने विगत 3 साल में 123 नए राजकीय महाविद्यालय खोले, जिनमें से 32 महिला महाविद्यालय थे। यह सभी महाविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए ताकि ग्रामीण छात्राओं को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने बताया कि पूर्व में प्रवेश का अनुपात पूर्व में 71% था जो कि अब 107% से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि आज बेटिया जहां सभी क्षेत्रों में आगे हैं, वहीं सीमा सुरक्षा बल, सेना और पुलिस में अपना दमखम दिखा रही हैं। उन्होंने बताया कि इन बाइकर्स द्वारा 5 हजार 280 किलोमीटर यात्रा की जाएगी, जो अपने आप में कीर्तिमान है।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, अर्जुन पुरस्कार विजेता मगन सिंह राजवी, तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अंबरीश एस विद्यार्थी, बाबा अध्यक्ष अंबिका राठौड़ सहित अनेक लोग मौजूद रहे।