आपणी हथाई न्यूज़, भारत के नागरिकों को अब कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने के लिए चीन या नेपाल से होकर नही जाना पड़ेगा। अब सीधे भारत से ही सड़क मार्ग द्वारा कैलाश मानसरोवर की यात्रा आम श्रद्धालु कर पाएंगे। भारत के सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार साल 2023 के अंत तक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से कैलाश मानसरोवर का रूट बनकर तैयार हो जाएगा। गडकरी ने कहा कि किसी भी सूरत में अगले लोकसभा चुनावों से पूर्व कैलाश मानसरोवर तक जाने का मार्ग बनकर तैयार हो जाएगा और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रूट का दौरा करेंगे। गडकरी ने लोकसभा में जानकारी दी कि उत्तराखंड से होकर गुजरने वाले कैलाश मानसरोवर यात्रा का रूट लगभग 85 फीसदी बन चुका है। गडकरी ने कहा कि नए रूट से यात्रियों को चीन या नेपाल जाने की कोई जरूरत नही पड़ेगी। यात्रा की अवधि भी भी बहुत कम रह जाएगी। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की तहसील धारचूला से लिपुलेख की रोड़ कनेक्टिविटी का काम युद्धस्तर पर जारी है। इस रोड को सीमा सड़क संगठन बना रहा है। कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए नई सड़क चीन की सीमा के पास 80 किलोमीटर की दूरी तक बनाई जा रही है। चीन बॉर्डर के बिल्कुल नजदीक बन रहे इस मार्ग की ऊंचाई सी लेवल से 17000 फीट है।
मनोज रतन व्यास