आपणी हथाई न्यूज़, धर्म नगरी बीकानेर में आज जैन मुनि आचार्य श्री ज्ञान चंद्र जी करीब 19 वर्ष बाद बीकानेर पहुंचे। बीकानेर के गंगा शहर स्थित अरिहंत भवन में आचार्य ज्ञानचंद्र जी का प्रवास चल रहा है। आचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी लगभग 50 हजार किलोमीटर की पदयात्रा अब तक कर चुके हैं। आचार्य जी ने महज 13 साल की उम्र में नागौर के गोगलाव गांव में दीक्षा ली थी। आचार्य ज्ञानचंद्र जी के गुरु जी नानालाल जी रहे।
आचार्य श्री ज्ञानचंद्र जी के सानिध्य में 26 मार्च को गंगाशहर स्थित अरिहंत भवन में एक हजार से अधिक श्रद्धालु समता साधना का महानुष्ठान करेंगे। 26 मार्च को आशीर्वाद भवन में सायं 7 बजे से गुरु भक्ति संगीत संध्या का आयोजन होगा। वही 27 मार्च को सुबह अरिहंत भक्ति रैली का आयोजन होगा उसके बाद जेआरएम रामपुरिया भवन गंगाशहर में णमोत्थुणः महाकुंभ आयोजित होगा।
श्री अरिहंत मार्गी जैन महासंघ द्वारा आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन से जुड़े विमल सेठिया ने बताया कि इस महासंघ का मुख्य कार्यालय दिल्ली स्थित है और अब तक महासंघ द्वारा हजारों विकलांगों को कृत्रिम पैर लगवा कर उन्हें चलने योग्य बनाया है। बीकानेर में पहली बार आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के लिए जयचंद लाल सुखानी, पूनम सुराणा, नरेश गोयल और राजेंद्र पवार सहित महासंघ के सदस्य अपनी-अपनी भूमिका निभा रहे हैं।