आपणी हथाई न्यूज़, बीकानेर में धीरे धीरे होली की रंगत परवान पर चढ़ने लगी है। होली के रंग में डूबा शहर इन दिनों फाल्गुनी बयार के साथ झूम रहा है। थंब पूजन के साथ ही शहर में होली का आगाज हो जाता है इसके साथ ही शहर में भांग की मांग भी बढ़ जाती है। भांग होली पर शहर की संस्कृति का हिस्सा रहा है, होली के रसिया निश्चित स्थान पर इकट्ठा होकर निश्चित समय पर भांग घोटकर भांग प्रेमियों में वितरित करते थे लेकिन आजकल यह व्यवस्था सीमित हो गई और भांग बाजारवाद की भेंट चढ़ गई।
बीते कई वर्षों से भांग का बाजार तेजी से बढ़ा है। शहर में अब भांग भुजिया से लेकर मिठाई तक और ज्यूस से लेकर आइसक्रीम तक लगभग हर खाद्य सामग्री में सुगमता से उपलब्ध हो रही है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बीकानेर में होली के त्यौहार पर भांग से बने खाद्य उत्पादों का व्यापार लाखों के पार होता है। सबसे पहले भांग भुजिया और माजम से शुरू हुई जो अब मिठाइयों और आइसक्रीम तक पहुंच गई है। वैसे तो शहर में गुलाब जामुन, कतली, मोतीपाक, दिलखुशाल, कचौड़ी, दूध राबड़िया और पापड़ सहित कई ऐसे खाद्य उत्पाद है जिसमें भांग का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है। इन दिनों बीकानेर में भुजिया के अलावा माजम और केसर कुल्फी की सर्वाधिक मांग है।
माजम गुलकंद और ड्राई फूड्स से बना एक ऐसा खाद्य उत्पाद है जिसमें भांग की मात्रा होती है। माजम की एक डब्बी सौ रुपए से शुरू होकर सात सौ तक मिलती है शहर में होली
के दौरान माजम की मांग बढ़ जाती है और होली के रसिया के पास सुलभता से मिल जाती है। माजम के अलावा सर्वाधिक मांग होली के दौरान भांग से बनी केसर कुल्फी की रहती है। शहर के लगभग सभी आइसक्रीम पार्लर पर भांग से बनी केसर कुल्फी उपलब्ध हो जाती है लेकिन बीकानेर के नत्थूसर गेट पर भांग से बनी केसर कुल्फी सर्वाधिक क्रय की जाती है।
भांग प्रेमियों के अलावा होली के त्यौहार पर हजारों युवा भांग से बनी केसर कुल्फी का शौकिया तौर पर रसास्वादन करते हैं। शहर में परंपरागत भांग सेवन के अलावा इन दिनों अलग-अलग फ्लेवर के इलेक्ट्रिक हुक्के की मांग भी बाजार में बढ़ गई है। शहर में युवा इलेक्ट्रिक हुक्के के साथ अलग-अलग फ्लेवर का सेवन करते नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर होली शुरू होने के साथ ही शहर में भांग सहित नशीले पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ी है। इन दिनों ना केवल आदतन नशा लेने वाले लोग बल्कि शौकिया तौर पर भी नशा करने वाले लोग भांग सहित अन्य नशीले उत्पादों का सेवन कर रहे हैं। बीते कई वर्षों से भांग से बने उत्पादों व अन्य नशीले उत्पादों की होली के दौरान मांग बढ़ी है जो की चिंता का विषय है सबसे बड़ी बात यह है कि शहर में बड़ी आसानी से नशीले खाद्य उत्पाद युवाओं के लिए उपलब्ध हो रहे हैं।