आपणी हथाई न्यूज़, उत्तरप्रदेश के चुनावों में भाजपा की जबरदस्त जीत के बीच ओवैसी की पार्टी AIMIM का क्या हाल हुआ? ये सवाल भी बहुत महत्व रखता है। क्या वाकई में ओवैसी ने मुस्लिम वोट लेकर अखिलेश के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की ? तो जवाब है एकदम नही। हकीकत में तो ओवैसी ने यूपी की सौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। ओवैसी पर बीच चुनावों में हुए हमले के कारण उन्हें सहानुभूति वोटों की भी उम्मीद थी,लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ। ओवैसी के सभी उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो गई। जमानत के साथ ही ओवैसी के पार्टी को नोटा से भी कम वोट मिले। उत्तरप्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार ओवैसी की पार्टी को कुल 0.45 फीसदी ही वोट मिले वही नोटा का बटन दबाने वालो का वोट प्रतिशत 0.69 रहा। ओवैसी को यूपी के मुसलमानों ने कोई भाव नही दिया।
मनोज रतन व्यास