आपणी हथाई न्यूज,बीकानेर में पिछले एक पखवाड़े से महिलाएं धींगा गवर का पूजन कर रही थी। मंगलवार को महिलाओं ने बड़े धूमधाम के साथ धींगा गवर को विदाई दी । इस दौरान श्रीमाली समाज की महिलाएं और अन्य समाज की महिलाओं ने भी अपने अपने उत्सव मनाने के तरीके के साथ धींगा गवर को विदाई दी। जहां कुछ महिलाओं ने रात भर गवर के रातिजोगे दिये तो श्रीमाली समाज की महिलाएं रात को दूल्हा-दुल्हन बने शहर की गलियों में महिलाओं के साथ नजर आई। वही समाज के घरों में इन दूल्हा-दुल्हन समेत सभी का स्वागत-सत्कार भी हुआ।
वही दूसरी ओर धींगा गणगौर माता पूजन महोत्सव के तहत मंगलवार को नत्थूसर गेट बाहर स्थित लाली माई पार्क के समीप स्थित जीया भवन में गणगौर गीतों और भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर पंडि़त जुगल किशोर ओझा(पुजारी बाबा) के सान्निध्य में गायन मंडली ने ‘गवरयों री मौज्यां बीकानेर में, कलकते हालो…छोड़ गवरल ईसर रो दुपट्टो…सरीखे गीतों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। चौकी मस्त मंडल की ओर से आयोजित इस संगीत संध्या के दौरान मंडल के पदाधिकारियों और मोहल्लेवासियों की ओर से पंडि़त जुगल किशोर ओझा, राजेश चूरा, बाबू जयशंकर जोशी को शॉल ओढ़ाकर, साफा पहना कर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर लोगों ने गणगौर माता के भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। मोहल्ले में गणगौर ईसर की बड़ी प्रतिमाएं बिठाई गई। पूजा-अर्चना के बाद गणगौर गीत संगीत संध्या शुरू हुई। बुधवार को भी मोहल्ले में सामूहिक रूप से महिलाओं ने गणगौर गीतों की प्रस्तुतियां दी।
इनकी रही भागीदारी
आयोजन को लेकर चौकी मस्त मंडल की ओर से मनोज छंगाणी,उदय व्यास, राजकुमार झंवर, भगवानदास, किशन कुमार, राकेश व्यास, मोहनलाल, सोमनाथ, बालकिशन व्यास, योगेश रंगा, मदन,राजा, मनीष, छोटू सहित मोहल्ले के गणमान्य लोगों ने भागीदारी निभाई।