फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का स्टारडम लगातार फीका पड़ता जा रहा है। कंगना जो सार्वजनिक रूप से खुद को भाजपा का सपोर्टर बताती आई है और आए दिन विवादित बयानों के लिए सुखिर्यों में बनी रहती है, असल मे उनका बॉलीवुड करियर लगातार ढ़लान की ओर है। कंगना जो खुद बिना किसी बड़े बॉलीवुड हीरो की मदद के स्वयं का ब्रांड बनाना चाहती है, लगातार बॉक्स ऑफिस पर सुपर फ्लॉप हो रही है। कंगना की हालिया रिलीज फ़िल्म “धाकड़” को जब रिलीज के तीन दिन बाद बिल्कुल भी दर्शक नहीं मिले तो लगभग 2000 से ज्यादा सिनेमाघरों से कंगना की फ़िल्म “धाकड़” को सिनेमाघरों से उतार कर भूल भुलैया 2 को जगह दे दी गई। 100 करोड़ के बजट में बनी कंगना की धाकड़ ने शुरुआती 3 दिन में सिर्फ साढ़े तीन करोड़ का कलेक्शन किया और वही भूल भुलैया 2 ने 56 करोड़ का धंधा किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंगना ने धाकड़ के लिए 20 करोड़ रुपए चार्ज किए है। कंगना की फिल्में उनकी फीस तक बटोर नही पा रही है। पिछले सात सालों से कंगना की कोई फ़िल्म ने सुपरहिट का तमगा हासिल नही किया है। कंगना की जयललिता बायोपिक,जजमेंटल है क्या जैसी फिल्में भी गत दिनों में फ्लॉप साबित हुई है। ट्रेड विशेषज्ञ कहते है कि लंबे समय तक बॉलीवुड में कोई हीरोइन बिना बड़े हीरो की उपस्थिति के लंबे समय तक सर्वाइव नही कर सकती है। कंगना तनु वेड्स मनु और क्वीन की सफलता के खुमार में खुद को बैंकेबल स्टार मानने लग गई थी,लेकिन धाकड़ के सुपर फ्लॉप होने पर कंगना के करियर पर बड़े सवाल खड़े हो गए है।
मनोज रतन व्यास