जम्मू-कश्मीर विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों के लिए किया गया परिसीमन जम्मू-कश्मीर के विपक्षी नेताओं को बिल्कुल भी रास नही आ रहा है। नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती,कांग्रेस और सीपीआई सभी जम्मू कश्मीर के नए परिसीमन का जमकर विरोध कर रहे है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता उन लोगो को कभी माफ नही करेगी जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के ऐतिहासिक महत्व और गरिमा को लूट लिया है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री रही महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि नया परिसीमन सिर्फ भाजपा के विस्तार के अलावा कुछ नही है। महबूबा ने कहा कि नए परिसीमन में जनसंख्या को दरकिनार करके सिर्फ भाजपा की इच्छा को तवज्जो दी गई है। नए परिसीमन के मुताबिक अब जम्मू में लोकसभा की दो सीट और कश्मीर से लोकसभा की दो सीट होगी,एक सीट पर दोनो क्षेत्रो के इलाके समाहित किए जाएंगे। वही विधानसभा सीटों में भी जम्मू को 43 और कश्मीर रीजन को 47 सीट दी गई है। अब जम्मू कश्मीर की विधानसभा सीट 83 से बढ़कर 90 हो गई है। पहली बार 9 सीट अनुसूचित जाति के लिए भी आरक्षित की गई है। जम्मू क्षेत्र हिन्दू बहुल और भाजपा का गढ़ माना जाता है और वहाँ 6 सीट बढ़ा दी गई है, इसके अलावा जम्मू कश्मीर में मुसलमानों की कोई जाति अनुसूचित जाति में है ही नही,बस इसी बात से जम्मू कश्मीर की विपक्षी पार्टियों को परिसीमन से एतराज है, कल सभी विपक्षी पार्टियों ने आपात मीटिंग बुलाई है।
मनोज रतन व्यास