आपणी हथाई न्यूज़,प्रदेश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने तीन साल पहले 33 जिला मुख्यालय पर अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्रदान करने हेतु महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की स्थापना की। सरकार की इस सकारात्मक पहल का पूरे प्रदेश में स्वागत किया गया। प्रदेश के 33 जिला मुख्यालय में से एक बीकानेर में मुरलीधर व्यास कॉलोनी में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की शुरुआत की गई थी।
अंग्रेजी माध्यम की सरकारी विद्यालय शुरू होने के साथ ही बीकानेर में लोगों को अपने बच्चों की अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में अच्छी पढ़ाई करने की आस जगी। सरकार ने भी अपनी इस सकारात्मक पहल का खूब प्रचार प्रसार किया। तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा आज भी अपनी उपलब्धियों में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को सबसे ऊपर मानते हैं। बीकानेर के मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश को लेकर अभिभावकों में खूब भागदौड़ रहती है एक सीट पर लगभग 4 से 5 आवेदन आ रहे हैं जो यह दर्शाता है कि इस विद्यालय को लेकर आमजन में काफी उत्साह है।
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का स्याह सच यह भी है कि इस विद्यालय में प्रवेश के लिए आम अभिभावक केवल शक्कर निकाल कर रह जाते हैं लेकिन उनका एडमिशन तो दूर उनके आवेदन को लॉटरी प्रक्रिया में भी शामिल नहीं किया जाता। विद्यालय प्रशासन द्वारा आम अभिभावकों को दस्तावेजों के मामले में ऐसा चकरघिन्नी करते हैं कि आम अभिभावक इस प्रक्रिया को पूरा ही नहीं कर पाता और उन्हें एडमिशन तो दूर लॉटरी प्रक्रिया से भी दूर कर दिया जाता है।
बीकानेर जिले में संचालित हो रही महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में विद्यालय प्रशासन द्वारा ऐसे अनावश्यक नियम बनाए गए हैं जिसके चलते आम आदमी अपने बच्चों का एडमिशन तो दूर लॉटरी प्रक्रिया में भी शामिल नहीं हो पाते। इस पूरे मामले को लेकर बताया जा रहा है कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और वर्तमान शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला को भी कई बार बताया जा चुका है साथ ही शिक्षा निदेशक को भी विद्यालय में चल रहे विद्यालय प्रबंधन द्वारा खेल को बताया गया है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।