उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन द्वारा रेल सम्पत्ति एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये विशेष अभियान चलाये जा रहे है। जिसमें अप्रैल माह में 49 महिलाओं/बच्चों को परिजनों/एनजीओ/पुलिस तक पहुचाया गया जिनमें 24 बच्चों/महिलाओं को एनजीओं को सौपा गया व कुल 09 बच्चों/महिलाओं को पुलिस व 16 बच्चों/महिलाओं को उनके परिजनों को सःकुशल सुपुर्द किया गया हैै।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल सुरक्षा बल द्वारा रेलवे परिसर में विशेष अभियान चलाकर रेल सम्पत्ति, रेल यात्रियों एवं रेलकर्मियों की सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध किये गये है। इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल द्वारा यात्री मित्र बूथ का संचालन भी किया जा रहा है, जो जरूरतमंद यात्रियों को वांछित जानकारी उपलब्ध करा रहा है। अप्रैल माह के दौरान भारतीय रेलवे सुरक्षा बल द्वारा 22 यात्रियों कोे यात्री मित्र बूथ के माध्यम से सहायता प्रदान की गई, 01 यात्री को व्हील चेयर की सुविधा एवं 11 बीमार यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
रेल अधिनियम के तहत् रेलवे सुरक्षा बल द्वारा अप्रैल माह के दौरान अभियान चलाकर रेल सम्पति अधिनियम के तहत कुल 20 मामलों में 23 बाहरी व्यक्तियों व 01 रेलकर्मी को गिरफ्तार कर रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराआंे के अन्तर्गत मामले दर्ज किये गये है तथा बरामद सम्पत्ति का मूल्य रू. 1,75,607 है। इसके साथ ही रेल अधिनियम के तहत अभियान चलाकर कुल 1779 व्यक्तियों को विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत मामले दर्ज कर अभियोजित किया गया, जिनसे 3,01,870 रू0 जुर्माना राशि वसूल की गई।
रेलवे स्टेशनों एवं रेल सम्पत्ति की सुरक्षा के लिये रेल सुरक्षा बल द्वारा निरन्तर विशेष अभियान चलाये जा रहे है। जिसमें रेलवे परिक्षेत्र में होने वाली गैर-कानूनी घटनाओं में निरन्तर कमी आ रही है।