आपणी हथाई न्यूज़, सामाजिक कार्यकर्ता चौरूलाल सुथार बीकानेर के संस्थापक शासक राव श्री बीकाजी के नाम बीकानेर में एक पेनोरमा बनाने बाबत एक प्रतिवेदन केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवालकें, शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, विधायक सिद्धि कुमारी, संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद,राव श्री बीकाजी संस्थान,बीकानेर को प्रस्तुत/प्रेषित कर आग्रह किया है कि जोधपुर के शासक राव श्री जोधाजी के द्वितीय पुत्र राव श्री बीकाजी ने जांगल प्रदेश पर आधिपत्य कर एक अलग राज्य में जाकर राठोड वंश के राज्य को स्थापित किया जो 1488 ई,.में बीकानेर कहलाया।
सुथार ने अवगत कराया कि बीकानेर को बसे हुए 533 वर्ष हो चुके है व आज 534 वे वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है । बीकानेर के जूनागढ़ क़िले के आगे जहा राव श्री बीकाजी की घोड़े पर हाथ में भाला लिये हुए सवार है प्रति वर्ष आखाबीज यानी बैशाख सुदी दूज को राय श्री बीकाजी संस्थान द्वारा व जिला प्रशासन के सहयोग से भव्य आयोजन किया जाता है जिसमे शहर के गणमान्य लोग,बुद्धिजीवीवर्ग,जनप्रतिनिधि गण, प्रशासनिक अधिकारी गण के विभिन्न संस्थानों के लोग उपस्थित होते है। बीकानेर के स्थापना दिवस का मुख्य समारोह राव श्री बीकाजी की प्रतिमा स्थल पर आयोजित किया जाता है ।
सुथार ने बताया कि राव श्री बीकाजी की प्रतिमा बीकानेर के ह्यदय स्थल पर स्थापित है जहां विदेशी पर्यटकों के साथ साथ पूरे भारत वर्ष से व स्थानीय लोग जूनागढ़ देखने बहुत बड़ी संख्या में आते है ऐसे में बीकानेर के संस्थापक शासक राव श्री बीकाजी के पूरे जीवन चित्रण व उनके जीवन व परिवारवंश के बारे में जानकारी हेतु एक पेनोरमा बनाने की नितांत आवश्यकता है । इस बाबत श्री सुथार द्वारा दिनांक 27.09.2022,व तत्पश्चात दिनांक 04.03.2022को प्रतिवेद प्रस्तुत कर मांग की जा चुकी है ।
अतः आज के इस पावन पर्व पर इस प्रतिवेदन के माधयम से पुनः पेनोरमा बनाने बाबत आग्रह किया जा रहा है,यही बीकानेर के संस्थापक शासक राव श्री बीकाजी को सच्ची व श्रद्धानवत श्रद्धांजलि होगी।