आपणी हथाई न्यूज़,
दुनिया के सात अजूबों में शामिल रहा भारत का ताजमहल इन दिनों विवादों में घिरा है। अपनी खूबसूरती और प्रेम का प्रतीक बना ताजमहल देश विदेश में मशहूर है। फिलहाल ताजमहल अपनी खूबसूरती के लिए नहीं बल्कि पूरे देश में विवादों के चलते सुर्खियों में है।
ताजमहल का विवाद वैसे तो नया नहीं है लेकिन फिलहाल ताजमहल को लेकर नया मोड़ सामने आया है।भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या मीडिया प्रभारी डॉ रजनीश द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट मे ताजमहल को लेकर याचिका दर्ज की गई। इस याचिका में ताजमहल की असलियत को सामने लाने की बात कही गई। डॉ. रजनीश सिंह ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में याचिका दायर कर ताजमहल के बंद 22 कमरों को खोलने की बात कही है।
हालांकि ताजमहल को लेकर यह नया विवाद नहीं है इससे पहले 1965 में इतिहासकार पीएम ओके ने अपनी किताब में दावा किया था कि ताजमहल एक शिव मंदिर है वही 2015 में भी आगरा के सिविल कोर्ट में ताजमहल को मंदिर घोषित करने की याचिका दायर की गई थी। 2017 में भी भाजपा सांसद विनय कटियार द्वारा मुख्यमंत्री योगी से ताजमहल को तेजोमहल घोषित करने की मांग की गई।
ताजमहल को लेकर अब राजस्थान की भी एंट्री हो गई है। राजस्थान से सांसद एवं राज परिवार से संबंध रखने वाली दीया कुमारी ने दावा किया है कि ‘ताजमहल की जमीन हमारे वंशजों की थी, ताजमहल ‘तेजो महल पैलेस’ था जिस पर शाहजहां ने कब्जा किया था’।
बीजेपी सांसद दिया कुमारी के इस बयान के बाद ताजमहल को लेकर एक नया मोड़ सामने आ गया है जिसका सीधा संबंध अब राजस्थान से हो गया है। बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने दावा किया है कि उनके पास ताजमहल को लेकर सारे दस्तावेज है।
देशभर में ताजमहल इन दिनों सुर्खियों में है और फिलहाल आज ताजमहल विवाद को लेकर राजस्थान की भी एंट्री हो गई है। अब देखना होगा कि राजस्थान के सांसद दिया कुमारी जिस ताजमहल को अपने वंशजों की बता रही है उसको लेकर सांसद कोर्ट की और कब रुक करेगी।