शिक्षकों की वाजिब मांगों एवं भेदभाव को लेकर राजस्थान समग्र शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने एकीकृत कर्मचारी महासंघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष भवर पुरोहित एवं शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर उदय सिंह डिगार के नेतृत्व में अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा रचना भाटिया से वार्ता कर ज्ञापन सौंपा।समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर उदय सिंह डिगार् ने बताया कि प्रदेश में शिक्षकों के प्रथम नियुक्ति तिथि से नोशनल परीलाभ देने एवं वास्तविक नियुक्ति तिथि से वास्तविक लाभ देने के संबंध में भेदभाव एवं सोतेला व्यवहार किया जा रहा है, जो कतई उचित नहीं है। उन्होंने परिपत्रों का हवाला देते हुए प्रथम नियुक्ति तिथि नोशनल लाभ एवं सेवानिवृत्त हुए कार्मिकों को पेंशन लाभ देने की मांग की । ईसी प्रकार कार्यरत अध्यापकों के प्रथम नियुक्ति तिथि से गणना कर वेतन वृद्धि एवं वेतनमान दिलवाने की मांग की।
इस अवसर पर वार्ता के दौरान प्रदेश के कई जिलों में लाभ देने संबंधी परिपत्र पेश किए गए जबकि कुछ जिलों में वेतन कटौती की जा रही है जिसका जमकर विरोध किया गया । उन्होंने बताया कि इस तरह से सौतेला व्यवहार एवं भेदभाव कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । इसी क्रम में प्रारंभिक शिक्षा निदेशक के नाम संयुक्त शिक्षा निदेशक शिव प्रसाद को भी वार्ता कर ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने कार्यालय के मुख्य लेखा अधिकारी मनोज तंवर से भी वार्ता कर प्रकरण का उचित समाधान करवाने का आग्रह किया । इस ज्ञापन एवं वार्ता के दौरान तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश उपाधयाय, प्रबोधक संघ के मंत्री अविनाश व्यास समेत राजस्थान समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह भाटी ,प्रदेश मंत्री संगठन मोहन स्वामी राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिनिधि बाड़मेर से पुरुषोत्तम सिंह इंदा एवं विशन राजपुरोहित उदयपुर से चंद्रशेखर , खेमराज नागदा पाली से नाथूराम, सुरेंद्र सिंह भंवर पुरी नरसिंह पालीवाल डूंगरपुर से भवानी सिंह शक्तावत सिरोही से खीमसिंह देवड़ा, हबीब खान, पालाराम ,पाबू सिह, उदयपुर से भवानी सिंह , लालचंद चित्तौड़ से घनश्याम ट्रेलर, प्रतापगढ़ से नरेंद्र पाल सिंह राणावत, शंभू सिंह राजपूत समेत सैकड़ों प्रतिनिधियों ने भाग लिया।