अटल बिहारी वाजपेयी के बाद एक बार फिर भाजपा की सरकार देश को एक मुस्लिम राष्ट्रपति दे सकती है। अटल बिहारी वाजपेयी ने डॉ कलाम को अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति बनाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश -दुनिया मे पैगम्बर मोहम्मद विवाद के बाद अपनी सरकार की छवि सुधारने के लिए आरिफ मोहम्मद खान को राष्ट्रपति पद के लिए नामित कर सकती है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को देश के प्रोगेसिव मुसलमानों में शुमार किया जाता है। आरिफ मोहम्मद खान को समय समय पर मोदी की नीतियों का प्रसार-प्रचार करते हुए देखा गया है। आरिफ मोहम्मद खान के अलावा भाजपा केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नाम को भी राष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ा सकती है। नकवी का राज्यसभा कार्यकाल जुलाई 2022 में समाप्त हो रहा है। नकवी को भाजपा ने न तो उनके गृहनगर रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए खड़ा किया है और न ही अभी हुए राज्यसभा चुनावों में नकवी को राज्यसभा भेजा है। दोनो सदनों का सदस्य न होने के कारण नकवी को जुलाई बाद मंत्री पद भी छोड़ना होगा,इसलिए कयास लगाए जा रहे है कि नकवी को राष्ट्रपति पद के लिए मोदी नामित कर दे। राष्ट्रपति नही तो उपराष्ट्रपति पद के लिए तो कोई मुस्लिम चेहरा भाजपा जरूर लाएगी,ऐसा पॉलिटिकल पंडित भविष्यवाणी कर रहे है, बाकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम समय मे कोई नया नाम भी सामने ला सकते है। विपक्ष शरद पवार को राष्ट्रपति पद के लिए खड़ा करने की तैयारी कर रहा है।
मनोज रतन व्यास