शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला आज एकदिवसीय दौरे पर बीकानेर पहुंचे। बीकानेर में आज लक्ष्मी हेरिटेज में शहर जिला कांग्रेस सेवादल द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से रूबरू हुए। दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं पर हुए अत्याचार पर बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार की दमकारी नीतिया साबित करती है कि केन्द्र सरकार अंग्रेजी हुकूमत के पदचिह्नों पर चल रही है कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को ईडी द्वारा दिया गया समन आम जन का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक जरिया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि बार बार कांग्रेस शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी व राहुल गांधी को पूछताछ के बुलाना और लगातार जांच एजेंसियों का हमला ये साबित करता है कि सरकार आमजन का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक प्रयास मात्र कर रही है। पिछले एक सप्ताह से राहुल गांधी से पूछताछ से साफ जाहिर है कि सरकार पूछताछ कम तमाम मीडिया बधुंओं को ईडी के दरवाजे तक उलझाकर रखना चाहती है। जिससे मीडिया मुख्य समस्या की ओर से अपना ध्यान हटा ले और आम जन की समस्याओं तक वो ना पहुंच सके। ये भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब किसी मुख्य विपक्षी दल के नेताओं को इस तरह से कानूनी दावंपेचों के जरिए परेशान किया जा रहा है एवं सरकार अपने दमकारी रवैये से विपक्ष की आवाज को कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ये जग जाहिर है कि सरकार पहले भी कई फैसलों से यूर्टन ले चुकी है। जो जाहिर करता है कि सरकार के पास ना तो कोई थिंक टैंक ना ही कोई सुनियोजित तरीके से कोई योजना लागू करने की सोच है। इसका ताजा उदाहरण है अग्निपथ योजना जिसमें लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है एवं लाखों की तादाद में युवाओं को आन्दोलन की राह में झोंक दिया गया है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे भी बड़ा दुर्भाग्य ये है कि जब कांग्रेस शांति पूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जता रही है तो उनपर बल प्रयोग किया जा रहा है। ये साबित करता है कि सरकार अंग्रेजों वाली सांमतशाही एवं दमनकारी तरीके सेअंहिसावादी आंदोलन को कुचलना चाह रही है।
सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राष्ट्रीय संगठन व दल के मुख्यालय में उसका कार्यकर्ता और नेता नहीं जा सकता। वहां पर पुलिस का पहरा तथा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं-नेताओं की गिरफ्तारी केन्द्र सरकार की ओछी मानसिकता को इंगित करती है। कमल ने बताया कि बीकानेर के सौ सेवादल कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में गिरफ्तारी दी।
सेवादल के शहर अध्यक्ष अनिल व्यास ने कहा कि मैं भी मजदूर नेता रहा हूं और यूनियन के संगठनात्मक ढांचे में कार्य किया है एवं सरकारों का जमकर विरोध किया पर ऐसी दमकारी अंग्रेजी सोच की सरकार मेरे जीवन में नहीं देखी। दुर्भाग्य देखिये कि हमारे ही कार्यालय में हमारे ही लोगों के लिए लाए गए खाना और पानी के टेंकर को अंदर नहीं जाने दिया व जिन-जिन थानों में हमें बंद किया गया वहां पर ना तो बैठने की माकूल व्यवस्थाएं थी और ना ही भोजन पानी की व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई। हमें अलोकतांत्रिक तरीके से घण्टों रोके रखा गया और देर रात को छोड़ा गया जिससे हमें हमारे मुकाम तक पहुंचने के लिए साधन ना मिल सके,ये अति कष्टदायक है।