राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक बार फिर से कांग्रेसी विधायको की बाड़ेबंदी के लिए मजबूर होना पड़ गया है, वजह है चार सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव। कल से ही उदयपुर के उसी होटल ताज अरावली में कांग्रेसी नेताओं का पहुंचना जारी है, जहाँ कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था। अशोक गहलोत को अपने ही विधायको की बाड़ेबंदी इसलिए करनी पड़ रही है क्योंकि जी मीडिया के मालिक उद्योगपति सुभाष चंद्रा ने भी भाजपा के सहयोग से राज्यसभा का नामांकन दाखिल कर दिया है। सुभाष चंद्रा मीडिया के बड़े चेहरे है, उनका रसूख और नेटवर्क देखते हुए गहलोत अलर्ट मोड पर आ गए है, इसलिए ही अशोक गहलोत को फिर अपने सभी विधायकों की बाड़ेबंदी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। गहलोत को सचिन पायलट के बगावत के समय भी जयपुर और जैसलमेर में अपने विधायको की बाड़ेबंदी करनी पड़ी थी। 10 जून तक राजस्थान सरकार के मंत्री और विधायकों को अब गहलोत के ही कहे अनुसार उदयपुर में ही रहना होगा,उदयपुर से ही राजस्थान सरकार संचालित होगी।
मनोज रतन व्यास