राजस्थान में कल हाईकोर्ट लिपिक भर्ती परीक्षा रद्द हो गई,इससे पहले रीट शिक्षक भर्ती और कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भी रद्द हो गई है। लगातार रद्द होती भर्ती परीक्षाओं और भर्ती प्रक्रिया में लंबा समय लगने के कारण राजस्थान में बेरोजगारी की दर बढ़ती ही जा रही है। अभी हाल ही में सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश मे बेरोजगारी की दर 7.1 प्रतिशत है। राज्यों में भाजपा शासित हरियाणा में सर्वाधिक बेरोजगारी है। हरियाणा में 24.6 फीसदी बेरोजगारी दर है। हरियाणा के बाद राजस्थान में देश में सर्वाधिक बेरोजगारी राजस्थान में है। राजस्थान में बेरोजगारी की दर 22.2 है। राजस्थान से बढ़िया हालात तो जम्मू-कश्मीर के है जहाँ बेरोजगारी की दर 18.3 फीसदी है। जहाँ भाजपा शासित हरियाणा बेरोजगारी में टॉप पर है वही कांग्रेस शासित राजस्थान बेरोजगारी में नम्बर दो पर है, लेकिन कांग्रेस शासित छतीसगढ़ के आंकड़े चौकानें वाले है। छतीसगढ़ में बेरोजगारी की दर 1 फीसदी से भी कम सिर्फ 0.7 फीसदी है। छतीसगढ़ के बाद मध्यप्रदेश और गुजरात मे बेरोजगारी की दर सबसे कम है। मध्यप्रदेश में 1.6 फीसदी वही गुजरात मे 2.1 फीसदी बेरोजगारी दर है। आश्चर्यजनक रूप से देश की 16 फीसदी राज्य वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी बेरोजगारी की दर सिर्फ 3.1 फीसदी है। पूरे देश में रोजगार के मामले में हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और त्रिपुरा की हालत सबसे खराब है।
मनोज रतन व्यास