दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद परिसर के पास किसी भी प्रकार के धरने और हड़ताल करने की छूट नही मिलेगी। संसद के मानसून सत्र शुरू होने से पूर्व राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल पी सी मोदी ने एक नया आदेश निकाला है। आदेश के अनुसार सांसद संसद परिसर का उपयोग किसी भी प्रकार के प्रदर्शन,धरना,हड़ताल, भूख हड़ताल और धार्मिक आयोजन के लिए नही कर सकेंगे। मोदी ने लिखा है कि उम्मीद है कि सांसद व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे। कल ही लोकसभा के सचिवालय द्वारा एक बुकलेट जारी की गई थी,जिसमें उन शब्दों की सूची है, जिसे सांसद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में प्रयोग नही कर सकेंगे। विपक्ष द्वारा सरकार के नई बुकलेट का जमकर विरोध हो रहा है। शब्दों पर प्रतिबंध के बाद अब सांसद संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन भी नही कर सकेंगे। इस नए निर्णय का भी विपक्ष द्वारा विरोध होना तय है।
मनोज रतन व्यास