बीकानेर में पिछले सप्ताह पुलिस द्वारा बड़ी कार्रवाई कर नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। 23 जुलाई की शाम को पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी कर 2 करोड़ 74 लाख रुपए की नकली करेंसी जब्त की। बीकानेर में रविवार सुबह जब आम लोगों तक इस बात की जानकारी पहुंची तो लोग अचंभित रह गए। सीमावर्ती क्षेत्र में भारी नकली करेंसी की बात सुनकर हर कोई भौचक्का रह गया। इसी बीच रविवार को पुलिस महा निरीक्षक ओमप्रकाश पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में कई चौकाने वाले खुलासे किए।
बीकानेर में इतने बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देना शुरू की और पुलिस ने नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल में लिए जाने वाले प्रिंटर,कागज और पेपर कटर बरामद कर एक तरीके से नकली नोट छापने की फैक्ट्री को पकड़ा यह नकली नोट छापने की फैक्ट्री जयपुर रोड स्थित वृंदावन एंक्लेव में आरोपियों द्वारा चलाई जा रही थी। पुलिस की छानबीन में पता चला कि ऐसी ही एक और फैक्ट्री नोखा सूरपुरा गांव में भी आरोपियों द्वारा चलाई जा रही थी वहां पर भी पुलिस ने दबिश देकर नकली नोट छापने वाले प्रिंटर व अन्य सामग्री बरामद की और इस मामले में 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्त में लिया।
पुलिस ने ऐसे किया गिरोह का पर्दाफाश
बीकानेर में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में बीकानेर पुलिस ने बेहद सुनियोजित तरीके से काम किया इस ऑपरेशन को पुलिस के आला अधिकारियों के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। पुलिस महा निरीक्षक ओमप्रकाश पासवान और पुलिस अधीक्षक योगेश यादव इस ऑपरेशन को लीड कर रहे थे। इस ऑपरेशन को लूणकरणसर के दो सिपाहियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर शुरू किया गया।
दो सिपाहियों को ग्राम पंचायत मीटिंग के दौरान नकली नोट छापने की खबर मिली सिपाहियों ने इस खबर को गंभीरता से लेते हुए यह बात आला अधिकारियों तक पहुंचाई और फिर पुलिस के आला अधिकारियों ने इसकी पूरी छानबीन कर शनिवार को इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस पूरे ऑपरेशन में बीकानेर के कई थानों की पुलिस ने साथ मिलकर काम किया।
हवाला कारोबार से जुड़े हैं तार, देशभर में पहुंचाएं नकली नोट
पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बताया कि इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य हवाला कारोबारियों के साथ धोखाधड़ी कर उन्हें नकली नोट देते थे। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह सारे जाली नोट काले धंधों में ही खपाए जा रही थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हवाला कारोबार के जरिए यह नकली नोट कोलकाता, पुणे, मुंबई, चेन्नई ,गुवाहाटी व लुधियाना सहित देशभर के कई शहरों में पहुंचाए गए।
अब एसओजी को सौंपी जांच आरबीआई की टीम ने की पूछताछ
बीकानेर पुलिस द्वारा किए गए नकली नोटों से जुड़े इस बड़े खुलासे के बाद जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक टीम ने भी बीकानेर आकर आरोपियों से पूछताछ की है और अब पुलिस महानिदेशक के आदेशों पर इस पूरे प्रकरण की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को सौंपी गई है। नकली नोट से जुड़े इस मामले में आगे की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप द्वारा की जाएगी। बीकानेर पुलिस ने अब तक इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इस पूरे प्रकरण में 40 से अधिक और लोगों के नाम आए हैं इन सब पर अब आगे की कार्रवाई एसओजी द्वारा की जाएगी।
नकली नोट के चलन से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है फर्क
देश में करेंसी का हिसाब किताब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रखता है लेकिन नकली नोट का कोई हिसाब किताब नहीं होता।
और रिजर्व बैंक जितने नोट जारी करता है उसी हिसाब से देश की अर्थव्यवस्था के लिए नीतियां बनाई जाती है अगर नकली नोट सिस्टम में शामिल होते हैं तो नीतियां वैसा प्रभाव नहीं दे पाएंगी जैसा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया चाहता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा झटका लगता है। नकली नोट के बाजार में आने से देश सहित आप और हम जैसे लोगों पर खास असर पड़ता है।