आपणी हथाई न्यूज,देश की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कल शपथग्रहण के बाद राष्ट्रपति भवन में शिफ्ट हो गई है। करीब 330 एकड़ क्षेत्र में फैले दिल्ली के रायसीना हिल्स इलाके में भारत का राष्ट्रपति भवन है। राष्ट्रपति भवन में करीब 340 कमरें है। कभी आज का राष्ट्रपति भवन आजादी से पूर्व अंग्रेजों का वायसराय हाउस हुआ करता था। मौजदा राष्ट्रपति भवन करीब 17 साल में बनकर तैयार हुआ था। आजादी के बाद वायसराय हाउस को भारत का आधिकारिक राष्ट्रपति भवन बना दिया गया। सबसे पहले इसी भवन में प्रथम भारतीय गर्वनर जनरल सी राजगोपालाचारी रहने आए थे,राजगोपालाचारी को आज के राष्ट्रपति भवन की भव्यता और शाही तामझाम रास नही आए और उन्होंने दूसरी जगह शिफ्ट होने की इच्छा जाहिर की,लेकिन भारत सरकार ने गर्वनर जनरल जैसे ओहदे वाले व्यक्ति को यही रहने की गुजारिश की। तब सी. राजगोपालाचारी ने तब के वायसराय हाउस के गेस्ट हाऊस में रहना पसंद किया। फिर भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को भी राष्ट्रपति भवन की शानो-शौकत अखरी और वे भी राजगोपालाचारी की तरह राष्ट्रपति भवन के गेस्ट हाऊस में ही रहने लगे। तब से लेकर आज तक भारत के राष्ट्रपति 340 कमरों के भव्य राष्ट्रपति भवन में नही 6 बेडरूम वाले एक गेस्ट हाऊस में ही रहते आए है, हालांकि समय के साथ उस गेस्ट हाऊस को काफी हद तक मोडिफाई कर दिया गया है, लेकिन आज भी भारत के राष्ट्रपति 330 एकड़ में फैले राष्ट्रपति भवन के परिसर में ही बने 6 बेडरूम वाले घर में रहते है। इस जानकारी के साथ आपको यह भी बता दे कि दुनिया में सबसे बड़ा किसी राष्ट्राध्यक्ष का घर ब्रुनेई के सुल्तान का है। सुल्तान के घर में करीब 1800 कमरें है और सुल्तान की लगभग 7000 कारें इसी भवन में पार्क की जाती है।
मनोज रतन व्यास