आपणी हथाई न्यूज,देश के गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह परसो हुए भारत-पाकिस्तान के मैच के बाद से सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रहे है। ट्रोलिंग की वजह एक वीडियो क्लिप है जिसमें जय शाह को उनके पास खड़ा व्यक्ति तिरंगा हाथ मे देने की गुजारिश करता हुआ दिख रहा है और जय शाह तिरंगे को हाथ मे नही लेकर हर चौके-छक्के पर कूद कर जश्न मनाते हुए मैच में कई बार दिखते है।
असल मे जय शाह ने बड़ी सूझबूझ से तिरंगा हाथ मे नही लिया क्योंकि जय शाह बीसीसीआई सचिव होने के साथ-साथ आईसीसी और एशियन क्रिकेट काउंसिल के भी सदस्य है। एशियन क्रिकेट काउंसिल के तो जय शाह प्रेसीडेंट भी है। अगर जय शाह तिरंगा हाथ मे लेते तो आईसीसी का नियम टूटता और बीसीसीआई एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में किसी विवाद में भी फंस जाती। आईसीसी का कोड ऑफ एथिक्स के क्लोज 2.2 के अनुसार( नियम 2.2.2.2.) एक डायरेक्टर,कमेटी मेम्बर या स्टाफ मेम्बर किसी भी खास स्टेक होल्डर ( जैसे कोई नेशनल क्रिकेट फेडरेशन या नेशनल क्रिकेट फेडरेशन समूह) या किसी थर्ड पार्टी (कोई सरकार या पॉलिटिकल बॉडी) के इंटरेस्ट को प्रमोट न करें,ऐसा करना आईसीसी से जुड़े लोगों और क्रिकेट के सर्वोत्तम हित मे उसकी ड्यूटी करने के खिलाफ होगा।
दूसरी बात कोई आपको तिरंगा ऑफर करें और आप उसे स्वीकार ही करें, ऐसा भी कोई नियम नही है। जय शाह का विरोध बिना नियम-कायदा जाने ही हो रहा है,लोग बिना फेक्ट चेक किए ही जय शाह को ट्रोल और विरोध कर रहे है।
मनोज रतन व्यास