सोमवार की शाम अपनी ड्यूटी पर तैनात जैसलमेर के यातायात प्रभारी निश्चल केवलिया वाहनों की जांच कर रहे थे, तभी एक गुजरात से रामदेवरा दर्शन करने के उपरांत तनोट दर्शन के लिए जा रहे यात्रियों की गाड़ी को रुकवाने पर जानकारी मिली कि उस में सवार एक बालिका बेहोश हो गई है तथा उसके प्राण संकट में हैं तथा उसके परिवार जन बच्ची की हालत देखकर घबरा गए है l
इस पर यातायात प्रभारी निश्चल केवलिया ने देर न करते हुए गोल्डन सिटी हॉस्पिटल एवं फर्टिलिटी सेंटर के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. दीपक वैष्णव से बात कर अतिशीघ्र अपने सरकारी वाहन से गोल्डन सिटी चिकित्सालय पहुंचाया, जहां पर डा दीपक वैष्णव ने अतिशीघ्र आकस्मिक इलाज प्रारंभ कर बच्ची के प्राण बचा लिए l जिससे अब परिजनों ने राहत की सांस ली l
निश्चल केवलिया की सजगता एवं गोल्डन सिटी हॉस्पिटल एवं फर्टिलिटी सेंटर के शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ दीपक वैष्णव की तत्परता से बालिका के प्राणों की रक्षा संभव हो सकी l
गोल्डन सिटी हॉस्पिटल एवं फर्टिलिटी सेंटर के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ दीपक वैष्णव ने बताया कि बच्ची डायबिटिक कीटोएसिडोसिस नामक बीमारी के कारण बेहोश हो गयी थी, शुगर लेवल 800 से ऊपर हो गया था तथा शरीर मे एसिड बढ़ने के कारण सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में समय पर इलाज नही मिलने पर बच्ची की जान भी जा सकती थी। परंतु मरीज बालिका के समय पर चिकित्सालय पहुंच जाने से उसका समुचित इलाज समय पर शुरू हो गया तथा अब यह खतरे से बाहर है l
बालिका के परिजनों एवं उसके पिता,गुजरात के गांव हिजराबाद जिला खेड़ा निवासी चेतन कुमार चौहान पुत्र धना भाई चौहान ने अपनी पुत्री को स्वस्थ्य देखकर यातायात प्रभारी निश्चल केवलिया एवं डॉक्टर दीपक वैष्णव का धन्यवाद ज्ञापित किया।