जैसलमेर: आपणी हथाई न्यूज़, स्थानीय सन्त उद्धवदास कन्हैया गौशाला में रहने वाली कामधेनु गौमाता का आज अचानक देहावसान होने से गौभक्तों में शोक की लहर दौड़ गई। खाद्य व्यापार संघ के ओम प्रकाश ने बताया कि आज प्रातः जलझूलनी / देवझूलनी एकादशी के पावन दिन गौशाला की सभी की परम प्रिय कामधेनु गौमाता का आकस्मिक देहावसान हो गया। इस पर सभी गौभक्तों ने यह तय किया कि गौमाता की अन्तिम यात्रा पूरे नगर में निकाली जाए।
गौशाला में सुबह से ही भक्तों का ताँता लग गया और सभी ने वहाँ गौमाता को नम आँखों से पुष्पांजली अर्पित की।पण्डित राजेन्द्र अवस्थी ने वैदिक मन्त्रों के साथ गौमाता के पार्थिव शरीर की अन्तिम क्रियायें पूर्ण करवाई। तत्पश्चात् खुली जीप में गौमाता को भक्तों ने चुनरी औढाकर पुष्प मालाओं, गुलाल ,मेहँदी आदि चढ़ाई और ढोल नगाड़ों से पूरे नगर में हरी नाम संकीर्तन करते हुए अन्तिम यात्रा निकाली। फिर बड़ाबाग के आगे गौमाता को समाधि दी गई।
यह गौमाता पिछले पंद्रह वर्षों से गौशाला में थी। खाद्य व्यापार संघ द्वारा घण्टी मनोरथ के द्वारा प्रतिदिन इस गौमाता की पूजा की जा रही थी। अपने अत्यन्त सरल , स्नेह , एवं वात्सल्य भाव के कारण ही इस गौमाता की लोकप्रियता जन जन में हो गई थी। कोई भी किसी भी समय आकर इस गौमाता का पूजन करता था लेकिन कामधेनु गौमाता सहज भाव से अपनी पूजा करवा लेती थी। साथ ही वृद्ध अवस्था होने के बावजूद भी प्रतिदिन सुबह साँय दूध भी दे रही थी।