टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मर्सिडीज जैसी लग्जरी गाड़ी के होते हुए भी एक्सीडेंट में मौत होने से हर कोई हतप्रभ है। साइरस मिस्त्री के परिवार की टाटा समूह में टाटा ट्रस्ट के बाद सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। स्वयं साइरस मिस्त्री 80 हजार करोड़ के मालिक थे। 80 हजार करोड़ का मालिक मर्सिडीज जैसी गाड़ी में गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे होने के बावजूद एक्सीडेंट में मारा जाता है, तो फिर 75 लाख की मर्सिडीज की 5 स्टार रेटिंग की गाड़ी को रखने का क्या फायदा? ऐसा लोग सवाल कर रहे है। हैरत की बात ये भी है गाड़ी को चला रही डॉक्टर अनायता और उनके पास बैठे पति एक्सीडेंट में बच गए है। साइरस मिस्त्री की मौत तीन वजहों से हुई है। साइरस मिस्त्री और उनके साथ कार की पिछली सीट पर बैठे दोस्त जहांगीर ने सीट बेल्ट नही लगाया था। सीट बेल्ट नही लगाने की वजह से साइरस का सिर एक्सीडेंट में कार के आगे के हिस्से से जोरदार टकराया और उनकी मौत हो गई। दूसरी बात सीसीटीवी कैमरों से ये पुष्टि हुई है कि गाड़ी की स्पीड 135 किमी प्रति घण्टा की स्पीड से थी। गाड़ी ने लेफ्ट साइड से एक ट्रक को ओवरटेक किया था। तीसरा कारण तीन लेन का मुंबई-अहमदाबाद हाइवे मुम्बई के पालघर के पास बहती सूर्या नदी के पुल पर 2 लेन का हो जाता है और ड्राइवर पुल पर आते वक्त तीन लेन के हाइवे को समझ ड्राइव करता है और इसी कारण गलतफहमी में इसी स्पॉट पर पहले भी कई हादसे हुए है।
मनोज रतन व्यास