शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अंतिम सांस ली। 1981 में शंकराचार्य की उपाधि मिली थी। शंकराचार्य द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य थे। शंकराचार्य ने 19 साल की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था,उन्हें 6 महीने की जेल भी हुई थी। शंकराचार्य को हिंदुओ के मौजूदा वक्त में सबसे बड़े धर्माचार्य के रूप में ख्याति और मान्यता प्राप्त थी। शंकराचार्य का जन्म मध्यप्रदेश के सियोनी जिले में 2 सितंबर 1924 को हुआ था। शंकराचार्य के जन्म का नाम पोथीराम उपाध्याय था।
मनोज रतन व्यास