आपणी हथाई न्यूज,सूबे के मुखिया अशोक गहलोत के गढ़ माने जाने वाले क जोधपुर में देश के गृहमंत्री अमित शाह राजनीतिक दौरे पर हैं कयास अभी से यह लगने शुरू हो गए हैं कि शाह सीएम गहलोत के गढ़ में सेंधमारी की फिराक में आए हैं । गृह मंत्री अमित शाह जैसलमेर पहुंच सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और जोधपुर पहुंचने से पहले शनिवार को तनोट माता के दर्शन करेंगे। ओबीसी मोर्चा को संबोधित करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह भी जोधपुर के दशहरा मैदान में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे।
जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और बीजेपी चीफ सतीश पूनिया सभी राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी के दावेदार हैं। हालांकि बीजेपी ने कहा है कि वे इस चुनाव में एक सीएम के साथ नहीं लड़ेंगे। बीजेपी के एक नेता ने कहा, ‘पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ऐतिहासिक होने जा रही है’ । जोधपुर में बीजेपी के ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक का उद्देश्य 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में ओबीसी वोटर्स को लुभाने की है। बीजेपी चुनाव से पहले राज्य के पश्चिमी हिस्से में भी अपनी ताकत आजमाना चाहती है। जोधपुर राजस्थान का सबसे बड़ा संभाग है और इसमें छह जिले जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोही और पाली शामिल हैं।
इसका उद्देश्य चुनावों से पहले पश्चिमी राजस्थान में पार्टी की ताकत का आकलन करना और ओबीसी वोट बैंक तक पश्चिमी जिलों में एक प्रमुख वोट बैंक तक पहुंचना है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शुक्रवार को जोधपुर में पहुंची, जहां सैकड़ों समर्थकों के बीच उनका भव्य स्वागत हुआ।
वसुंधरा का अभिवादन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग कतार में खड़े होकर केंद्रीय नेतृत्व को स्पष्ट संकेत दे रहे थे कि राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में अब भी उनका रसूख है। बीजेपी के इस कदम से साफ हो रहा है कि अब वो 2023 विधानसभा की तैयारियों में जुट चुकी है।