कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा नामांकन दाखिल करने की पुष्ट खबर के बाद अब राजस्थान में गहलोत की जगह कौन लेगा,यही चर्चा सोशल मीडिया और विभिन्न टीवी चैनलों पर चल रही है। राहुल गांधी के कल के बयान के बाद अशोक गहलोत के तेवर थोड़े नरम हो गए है। राहुल गांधी ने कल उदयपुर अधिवेशन में बने नियमों को मानने की आशा व्यक्त की थी। राहुल गांधी ने कहा कि उदयपुर अधिवेशन में यह तय हो गया था कि एक पद और एक व्यक्ति का ही फार्मूला कांग्रेस पार्टी निकट भविष्य में अपनाएगी। गहलोत के जाने की खबरों के बीच सचिन पायलट खासे एक्टिव हो गए है। पायलट परसो ही भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी से मिल चुके है। सूत्रों के अनुसार पायलट को कांग्रेस आलाकमान नई जिम्मेदारी देने का सिग्नल दे चुका है। पायलट इसलिए ही राजस्थान के हर कांग्रेस विधायक से सीधा संवाद कर रहे है। पायलट इस समय ट्विटर पर ट्रेंड हो रहे है। पायलट ने अपने समर्थकों से धीरज बनाए रखने और अनर्गल बयानबाजी से बचने की हिदायत दी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस राजस्थान में पंजाब जैसी गलती नही करना चाहती है, इसलिए पायलट को “गो अहेड” का सिग्नल दे दिया है, बाकी अंतिम समय में अक्टूबर मध्य तक जादूगर अशोक गहलोत सारे सियासी समीकरण बदल दे,ऐसा भी सम्भव है।
मनोज रतन व्यास