भारतीय जनता पार्टी अगले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से बाहर चल रहे नेताओं की घर वापसी के लिए पूरी रणनीति के तहत काम कर रही है। विधानसभा चुनाव से पहले जोइनिंग कमेटी ही यह तय करेगी कि कौन से नेताओं की घर वापसी होगी। इस जोइनिंग कमेटी का हेड बीकानेर लोकसभा से सांसद अर्जुनराम मेघवाल को बनाया गया है।
अर्जुनराम मेघवाल के जोइनिंग कमेटी के मुखिया बनने की खबर के साथ ही सियासी गलियारों में देवीसिंह भाटी की घर वापसी को लेकर चर्चाएं एक बार फिर गरमा गई है। देवीसिंह भाटी सांसद अर्जुनराम मेघवाल के धुर विरोधी माने जाते हैं। भाटी ने सांसद अर्जुनराम मेघवाल को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लोकसभा टिकट दिए जाने का विरोध कर पार्टी छोड़ दी थी।
देवीसिंह भाटी पश्चिमी राजस्थान के कद्दावर नेता माने जाते हैं। कोलायत विधानसभा से सात बार विधायक रहे देवीसिंह भाटी बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बीकानेर यात्रा के जरिए सुर्खियों में आए थे। राजे की बीकानेर यात्रा के दौरान यह कयास लगाए जा रहे थे कि भाटी की भाजपा में एक बार फिर से एंट्री हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
फिलहाल राजनीतिक पंडित मेघवाल के जोइनिंग कमेटी के मुखिया बनने को भाटी की भाजपा मे घर वापसी में मुश्किलों का पहाड़ मान रहे हैं। यह माना जा रहा है कि मेघवाल भाटी की एंट्री को या तो मुश्किल बना सकते हैं या भाटी के लिए नो एंट्री का संकेत देकर भाटी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।