प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस (पैपा) एवं उत्कर्ष सामाजिक सांस्कृतिक शैक्षणिक संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में होटल पाणिग्रहण में आयोजित राज्य स्तरीय एज्यूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड्स एवं दीपावली स्नेह मिलन समारोह ‘ज्ञानोत्कर्ष’ में शिक्षा से जुड़े प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला थे। उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षक का ओहदा बहुत ऊंचा होता है। शिक्षक पर विद्यार्थी के भविष्य निर्माण का दायित्व होता है। इसे समझते हुए शिक्षक पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करें। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षाविदों और संस्थाओं को बधाई दी और कहा कि शिक्षक का सम्मान समाज का सम्मान होता है। ऐसे कार्यक्रमों से दूसरों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने पैपा और सहयोगी संस्था के प्रयासों को सराहा और कहा कि ऐसे कार्यक्रम शैक्षणिक और सांस्कृतिक विचारों के आदान-प्रदान की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।
पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर ने कहा कि शिक्षक के बिना विद्यार्थी के बेहतर भविष्य की परिकल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने शिक्षकों को अपने दायित्व का पालन समर्पित भाव से करने की अपील की।
कार्यक्रम संयोजक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि पांच श्रेणियों विद्या वारिधि, शिक्षा कार्यक्रम में पुरोधा, शिक्षा सारथी, ज्ञान भगीरथ एवं ज्ञान – सेतु के अंतर्गत शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 100 से अधिक शख्सियतों तथा 5 संस्थाओं का सम्मान किया।
इस दौरान लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता संवित् स्वामी विमर्शानंदगिरि महाराज, पूर्व संयुक्त निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) डॉ. विजय शंकर आचार्य, सिंथेसिस इंस्टीटयूट के मनोज बजाज, हल्दीराम एज्यूकेशनल सोसाइटी के रमेश कुमार अग्रवाल, डॉ. श्याम अग्रवाल, शिक्षाविद डॉ. मुकेश मांडण, जीवेम एज्यूकेशनल सोसाइटी, झुंझुनू के डॉ दिलीप मोदी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा), सुनील बोड़ा, ज्ञान विधि पीजी महाविद्यालय के उप प्राचार्य रतन बिश्नोई, टी एन ज्वैलर्स के रेंवत जाखड़ मौजूद रहे।