बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेज और अजमेर के दो कॉलेज के लगभग 230 नियमित व्याख्याता इन कॉलेजों में कार्य कर रहे हैं इन सभी आन्दोलनरत शिक्षकों की मांगों को दरकिनार कर तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा भेदभावपूर्ण रवैया अपनाते हुए प्रमोशन सहित विभिन्न परिलाभों के पात्र शिक्षकों को छोड़कर अजमेर इंजीनियरिंग कॉलेज के एकमात्र शिक्षक की प्रमोशन प्रक्रिया अपनाने के विरोध में शिक्षकों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया l ज्ञात रहे पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के शिक्षक पिछले 63 दिनों से आंशिक कार्य बहिष्कार पर चल रहे थे l उक्त मांगों का समाधान करना तो दूर तकनीकी शिक्षा विभाग ने आन्दोलन को धत्ता बताते हुए किसी एक व्यक्ति विशेष की पदोन्नति करने का आदेश निकाल ओंदोलनरत शिक्षकों के जले पर छिड़क दिया है जिससे शिक्षकों को उग्र आन्दोलन करने हेतु मजबूर होना पड़ा l
कुलपति और प्राचार्य ने तकनीकी शिक्षा विभाग को लिखे हैं पत्र
उक्त हेतु तीनों कॉलेजों के प्राचार्यों और बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के कुलपति ने उक्त मांगों के समर्थन में भेदभाव को उजागत करते हुए बाकी शिक्षकों की पदोन्नति हेतु पत्र लिखा है l कुलपति ने पत्र में लिखा है कि स्क्रूटनी कमिटी का गठन सराहनीय है किन्तु पदोन्नति का लाभ चारों संघटक महाविद्यालय के शिक्षकों को भी दिया जाए l कुलपति ने इसकी प्रति राज्यपाल के प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, और तकनीकी शिक्षा विभगा के प्रमुख सचिव को भी भेजी है l
मंत्री और शासन सचिव का पुतला फूंका
इंजीनियरिंग कॉलेज के मुख्य द्वार पर तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग और तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव का पुतला फूंक कर रोष प्रकट किया गया l व्यक्ति विशेष को पदोन्नति के आदेश की प्रतियाँ भी फूंकी हई है l
प्राचार्य का किया घेराव
प्राचार्य डॉ. मनोज कुड़ी की कार को रोककर शिक्षकों द्वारा घेराबंदी और नारेबाजी की गयी l प्राचार्य ने उक्त मांगों का पत्र सकारात्मक कार्यवाही करने हेतु तकनीकी शिक्षा विभाग को भेज दिया है l
ये हैं मांगे
1 महाविद्यालय में कार्यरत शैक्षणिक कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का बकाया ऐरियर भुगतान अभी तक लंबित है।
2 गत दस वर्षों से कर्मचारियों की पदोन्नति लंबित है।
3 पूर्व में दिये गये कैरियर एंडवासमेंट स्कीम का ऐरियर भुगतान लंबित है।
4 महाविद्यालय के कार्मिकों को ओल्ड पेंशन स्कीम में सम्मलित किया जाये ।
5 महाविद्यालय में सहायक आचार्य के पद पर पदस्थापित आठ व्याख्याताओं का कैरियर एंडवासमेंट स्कीम ए.जी.पी. 5400/6000 से 7000 से सम्बधित प्रकरण लंबित है।
रेक्टा संरक्षक ओम प्रकाश जाखड़ ने बताया कि उक्त मांगे जायज हैं और राजास्थान सरकार को सुनवाई जल्दी करनी चाहिए ।
रेक्टा सचिव राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि राजनैतिक रसुखात रखने वाले परिवार से व्यक्ति विशेष ताल्लुक रखता है जिसके दबाव में तकनीकी शिक्षा विभाग ने पदोन्नति करने का आदेश निकला है l सरकार के इन्ही भेदभावपूर्ण आचरण और राजनैतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले लोगों का काम गुपचुप कर देने से मजबूरन शिक्षकों को उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ती है जिससे सरकार, महाविद्यालय, विश्विद्यालय और स्वयं शिक्षकों पर भी नाजायज आर्थिक भार पड़ता है और बेशकीमती समय का भी नुकसान होता है l
इस अवसर पर डॉ नवीन शर्मा, डॉ धर्मेंद्र, डॉ अवधेश, डॉ विकास शर्मा, डॉ नरपत सिंह, डॉ गरिमा प्रजापत, डॉ जितेंद्र जैन, मनोज छिम्पा, डॉ राधा माथुर, सहित सभी शिक्षक शामिल रहे ।