इस जीत के चलते जहां फ्रांस अब लगातार दूसरी और ओवरऑल तीसरी बार वर्ल्ड कप खिताब जीतने से एक कदम दूर हैं। वहीं मोरक्को की टीम का सुनहरा सफर यहीं पर समाप्त हो गया. फ्रांस की जीत के हीरो किलियन एमबाप्पे नहीं,बल्कि थियो हर्नांडेज और रैंडल कोलो मुआनी रहे।दोनों ही खिलाड़ियों ने फ्रांस के लिए एक-एक गोल दागा,साथ ही फ्रांसीसी गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस की भी तारीफ करनी होगी जिन्होंने कुछ बेहतरीन बचाव किए।