बीकानेर कार्निवल के साथ शुक्रवार को तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की शुरूआत होगी। कार्निवल में देश-प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि बीकानेर कार्निवल की शुरूआत दोपहर 2 बजे होटल लालगढ़ से होगी। यह कार्निवल यहां से लक्ष्मी निवास पैलेस, तीर्थंभ सर्किल, जूनागढ़ के आगे से होते हुए पब्लिक पार्क पहुंचेगी। कार्निवल में बीएसएफ का ऊंट दस्ता, विंटेज कारें, रॉयल एन्फील्ड बाइक्स, विभिन्न कार्टून्स का रूप धरे बच्चे, ऊंट गाड़ों पर कच्छी घोड़ी, मयूर नृत्य, बहरूपिया, कठपुतली, रावण हत्था से जुड़ी झांकियां होंगी। विभिन्न वेशभूषा में सजे-धजे बच्चे, बीएसएफ वार केमल एंड फीमेल काम्बेट कमेल माउंटेड ट्रूप आकर्षण का केन्द्र होगी। इसी प्रकार ऊंट गाडों पर पंजाब का भांगड़ा-गिद्दा, जम्मू का रउफ, गुजरात का राठवा, हरियाणा का घूमर एवं फाग, पं. बंगाल का छउ तथा महाराष्ट्र की सौंगी मुखौटा कला को प्रस्तुत करने वाली झांकियां होंगी। कार्निवल में ऊंट सवार रोबीले, राजस्थानी वेशभूषा में सजी-घजी कॉलेज छात्राएं, साइक्लिंग ट्रूप तथा केमल कार्ट की विभिन्न झांकियों के साथ तांगों पर राजस्थानी वेशभूषा में सजे-धजे विदेशी पर्यटक साथ रहेंगे।
शहरी परकोटे में रहेगी ‘बीकानेर बाई नाइट’ की धूम
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अनिल सिंह ने बताया कि ऊंट उत्सव के दौरान नवाचार के रूप में पहली बार ‘बीकानेर बाई नाइट’ का आयोजन होगा। इसकी शुरूआत सायं 6 बजे दम्माणी चौक से होगी। जहां वीर रस प्रधान अमर सिंह राठौड़ की रम्मत का मंचन होगा। हर्षों के चौक में बीकानेर का परम्परागत डोलची खेल बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। मोहता चौक में देशी-विदेशी पर्यटक यहां की रबड़ी का लुत्फ उठा सकेंगे। वहीं परम्परागत हस्त लिखित पंचांग का प्रदर्शन किया जाएगा। आसाणियों के चौके में वेद पाठशाला के विद्यार्थी वेद मंत्र प्रस्तुत करेंगे। यहीं गौरी शंकर सोनी द्वारा हवेली संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। ढढ्ढों के चौक में गणगौर घूमर नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। कोचरों के चौक में भुट्टे खां और बालीवुड गायक अली-गनी द्वारा संगीतमय प्रस्तुतियां दी जाएंगी। यहां फूड जोन बनाया जाएगा। जहां बीकानेरी भुजिया, जलेबी और घेवर बनाया जाएगा तथा आमजन इनका स्वाद चख सकेंगे। बीकानेर बाई नाइट का समापन रात्रि दस बजे होगा।
*दूसरे दिन होंगी विभिन्न प्रतियोगिताएं*
सहायक निदेशक कृष्ण कुमार ने बताया कि उत्सव के दूसरे दिन शनिवार प्रातः 10 से दोपहर 3 बजे तक राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र में विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें ऊंट नृत्य, ऊंट फर कटिंग, ऊंट सज्जा एवं ऊंट दौड़ आदि प्रतियोगिताएं सम्मिलित हैं। दोपहर 4 से रात्रि दस बजे तक डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इनकी शुरूआत मिस मरवण प्रतियोगिता से होगी। इसके बाद मिस्टर बीकाणा और बीकानेर फैशन शो आयोजित होगा। सायं 7 बजे से सांस्कृतिक संध्या होगी। पर्यटन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि तीसरे दिन के समस्त कार्यक्रम रायसर के धोरों पर होंगे। इनमें ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता, सैंड आर्ट एक्सीबिशन तथा सेलिब्रिटी नाइट सम्मिलित हैं।