केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज सदन में आम बजट 2023 पेश किया गया। वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट पर बीकानेर के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, शिक्षा मंत्री, राजस्थान सरकार
शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा पेश केन्द्रीय बजट को आसमान छूती मंहगाई और बेलगाम बेरोजगारी की आग में घी डालने वाला बताया है। डॉ. कल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार देश की जर्जर होती अर्थव्यवस्था से आमजन का ध्यान भटकाने, आंकड़ों को छिपाने, उनमें घालमेल करने और सही तथ्यों पर पर्दा डालने के खेल में माहिर है, इस बजट में भी नए जुमलों के माध्यम से जनता को भ्रमित करने का कुत्सित प्रयास किया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार में आने से पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं से प्रतिवर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन इस सरकार का गत 9 सालों का कुशासन इस बात का गवाह है कि देश की युवा शक्ति को रोजगार मुहैया कराने के मसले पर लगातार ठगा जा रहा है। इस बार के बजट में भी बेरोजगारी और महंगाई जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कोई ठोस उपाय नहीं किए गए है, यह देश के युवाओं और आमजन की उम्मीदों पर कुठाराघात है।
डॉ. कल्ला ने बताया कि बजट में सामाजिक सुरक्षा, आधारभूत ढांचे, शहरी और समावेशी विकास को लेकर जो प्रावधान किए गए हैं, वे ऊँट के मुंह में जीरे के समान है। इस बजट से राजकोषीय घाटे में बढ़ोतरी होगी तथा विकास की दर अवरुद्ध होगी। आर्थिक सर्वेक्षण में आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अनुमानित जीडीपी दर का गत तीन सालों में न्यूनतम होना इस बात का स्पष्ट संकेत है।
बिहारीलाल बिश्नोई, विधायक, नोखा
प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र जी मोदी के कुशल मार्गदर्शन में केंद्रीय वित्त मंत्री आदरणीया श्रीमती निर्मला सीतारमन जी ने केन्द्रीय बजट 2023 प्रस्तुत करते हुए देश के समग्र विकास एवं हर वर्ग के हित को देखते हुए कई अहम घोषणाएं की है।
अमृत काल का यह पहला बजट -सप्तऋषि थीम पर आधारित है जिसमें सात बिंदुओं को प्राथमिकता दी गई है। वे एक दूसरे के पूरक हैं और सप्त ऋषि के रूप में कार्य करेंगे। इनमें समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंच, अवसंरचना और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र इन मुद्दों का समावेश है।
इस बजट के माध्यम से टैक्स पेयर्स को बड़ा तोहफा दिया है जिसमें 7 लाख तक टैक्स नहीं देना पड़ेगा । जो लोग आयकर देते हैं इनके इनकम टैक्स स्लैबस को 5 स्लैब का किया गया । पीएम गरीब कल्याण योजना को एक साल के लिए बढ़ाया गया है । जिनके पास अपना घर नहीं है उनके लिए ये बजट खास है जिसमें पीएम आवास योजना के आवंटन में 66% बढ़ोतरी कर इसे ₹79,000 करोड़ कर दिया गया है।
अर्जुनराम मेघवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री, भारत सरकार
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज पेश किए गए आम बजट पर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
संसद अर्जुनराम मेघवाल ने लिखा है कि अमृत काल के बजट में मध्यम व वेतनभोगी वर्ग को टैक्स में राहत देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने लिखा है कि “₹7 लाख तक की आय वाले मध्यमवर्ग व नौकरीपेशा लोगों को टैक्स में छूट की घोषणा अभिनंदनीय है।इस अभूतपूर्व बदलाव से मध्यम वर्ग के जीवन में सुगमता आएगी। साथ ही सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आज बजट में वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी द्वारा विद्यार्थियों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करने के निर्णय का मैं अभिनंदन करता हूँ।
आज बजट में वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी द्वारा विद्यार्थियों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करने के निर्णय का मैं अभिनंदन करता हूँ।
विजय आचार्य,भाजपा जिला अध्यक्ष
इस बजट में लघू उधोगो को विकसित करने के साथ मोटे अनाज के उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाकर कृषक वर्ग पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। अन्न भण्डारण योजना के रूप में अत्यन्त महत्वकांक्षी योजना को स्वरूप प्रदान किया जाना है।7 लाख तक आयकर मे छुट से मध्यम वर्ग विशेषतः छोटे तबके के व्यापारी व कर्मचारियों को अभूतपूर्व राहत दी गई है।
विकास को रोजगारोन्मुख बनाया गया है ताकि नौजवानों को कार्य मिल सके।
टेक्नोलाॅजी का विकास तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निवेश 400 प्रतिशत बढाकर आधुनिक भारत निर्माण की नींव रखी गई है।मोबाईल, साईकिल आदि सस्ते होने का युवाओं को लाभ मिलेगा।काॅपरेटिव सैक्टर को प्रोत्साहन दिया गया है ताकि गृहणी महिलाओं विशेषतः ग्रामीण क्षेत्र मे आर्थिक स्वावलंबन बढें।
विजय मोहन जोशी, भाजपा नेता
आज केन्द्र सरकार द्वारा भारतवासियो के लिए शानदार बजट प्रस्तुत किया गया। बजट में सरकार ने युवा, सामान्य, गरीब, महिला, वृद्ध, किसान सब के हित की घोषणाएं बजट पिटारे से निकाली गई। केन्द्र सरकार ने मध्यम वर्ग को कर में राहत देते हुए कर सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख कर दी। 2014 के बाद इस तरह का बड़ा ऐलान किया गया है। केन्द्र सरकार ने 9 लाख, 15 लाख तक कर स्लैब में आने वाले व्यक्तियों को भी 50 हजार तक की छूट दी है। मोबाईल, एल.ई.डी., इलेक्ट्र्ीक व्हीकल्स पर छूट देकर आम ग्राहको को तोहफा दिया है। सीनियर सिटीजन को आर्थिक सहारा देते हुए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम 15 लाख से बढ़ाकर 30 लाख कर दी गई है। शहरी विकास के लिए 10 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। महिलाओं को दो वर्ष की 2 लाख की सेविंग पर 7.5 प्रतिषत ब्याज दर कर महिलाओं को आर्थिक संबल प्रदान किया है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए 157 नए मेडिकल कॉलेज, 140 नए नर्सिग कॉलेज खोलने की घोषणा की है।
देष में ट्रांसपोर्ट इंफ्रा को बढ़ावा देने के लिए 75 हजार करोड़ राषि की घोषणा की गई, जिससे देष आधुनिक विकास की ओर बढ़ेगा और बड़ी संख्या में रोजगार में वृद्धि होगी। इस तरह का यह बजट सभी वर्ग के लिए हितकर है साथ ही यह बजट देष के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सुनीता गौड़, अध्यक्ष, शहर जिला महिला कांग्रेस
शहर जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुनीता गौड़ ने कहा कि बजट में कुछ अच्छी चीजें हैं लेकिन मनरेगा, गरीब ग्रामीण श्रम, रोजगार और महंगाई का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ बुनियादी सवालों के जवाब बजट में नहीं दिए गए। उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगान देने की कोई योजना नहीं देखी। मंहगाई के दौर में टैक्स में छूट की सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख कर दी यानी सिर्फ 50 हजार का ही लाभ दिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या किसानों की एम एस एम ई दोगुना करने का कोई ऐलान बजट में हुआ ? गौड़ ने कहा कि इस बजट में महिलाओं की रसोई को किसी प्रकार की राहत नहीं दी गई है व महिला सुरक्षा पर भी ध्यान नहीं दिया गया है।
यशपाल गहलोत, कांग्रेस नेता
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष यशपाल गहलोत ने आज केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया मे कहा की केंद्र सरकार द्वारा आज पेश किया गया बजट मात्र जुमलेबाजी है पिछली घोषणाओ का कोई अता पता नही युवाओ को रोजगार की उम्मीद महिलाओ हेतु आर्थिक आज़ादी के साथ साथ सुरक्षा के उपाय और मध्यमवर्गोय परिवारों और व्यापारियों को बढ़ती मंहगाई के बीच इस बजट से बड़ी उम्मीद थी वो धराशायी हुई।
महामारी के संकट के बाद पुनः बाजार और नोकरिया पटरी पर आ रही थी और लोगो को आयकर में छूट की उम्मीद थी उसको भी उन्होंने जनता की नजरो में धूल झोंकने के लिए बढ़ा हुआ दिखाने की कोशिश की है लेकिन उसकी भी मकड़जाल की तरह इस पेचीदगी से उलझाया है की आम आदमी को कोई फायदा भी ना हो और सरकार की वाह वाही हो जाए।
बढ़ती मंहगाई को रोकने केलिए कोइ ठोस कार्ययोजना ना होना बेहद निराशाजनक है आम आदमी जो कि पिछले कई सालों से जुमले सुन रहा है वही कहानी इस बजट में भी दोहराई गयी है।कुलमिलाकर यह कहा जा सकता है कि सरकार की गिरती लोकप्रियता को अपने आंकड़ों में फंसा कर सुधारने का प्रयास किया है आम जनता के लिए कोई फायदा नही
शहर कांग्रेस प्रवक्ता नितिन वत्सस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा की पिछली बार की घोषित मेडिकल कॉलेज भी मूर्त रूप नही ले पाए गैस सिलेंडर और रसोई की वस्तुओं को सस्ता करने की उम्मीद धूल धूसरित हुई वही देशी चीजों को महंगा करके आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ रहे भारतीय उद्योगों के ऊपर कुठाराघात है यह बजट किसी भी मायने में आम जनता के लिए फायदेमंद नही है।