आपणी हथाई न्यूज,
राजस्थान दिवस के पूर्व में बीकानेर की महारानी सुदर्शना कॉलेज में वर्ल्ड रिकॉर्डधारी अंतराष्ट्रीय पगड़ी कलाकार पवन व्यास द्वारा छात्राओं/ महिलाओं को राजस्थान में बांधी जाने वाली एक सौ से अधिक प्रकार की पगड़ियों के बारे मे जानकारी दी साथ ही महिला सशक्तीकरण को और अधिक बढ़ावा मिलने के प्रयास से छात्राओं को बीकानेरी साफा बांधने का प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही सबसे अच्छा साफा बांधने वाली चार छात्राओं को रोट्रेक्ट मरुधरा द्वारा दुनिया की सबसे छोटी पगड़ी भेंट कर सम्मान किया गया । कार्यक्रम में एक नई उमंग के साथ सभी छात्राओं ने हिस्सा लिया एवं पूरे जोश के साथ इस पगड़ी कला को जाना, पहचाना व सीखा । व्यास ने बताया कि पगड़ी हमारी संस्कृति का हिस्सा होने की साथ साथ हमारी पहचान है । वर्तमान में शादी समारोह इत्यादि में महिलाओं को साफा पहनने के क्रेज को बढ़ता देखे। उन्होंने इस बार राजस्थान दिवस के पूर्व पर इस कला को और आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया है साथ ही उन्होंने कहा की वह लगातार इसी तरह अलग अलग स्कूल , कॉलेज, सार्वजनिक मंच इत्यादि के जरिये इस कला को जन जन तक पहुचाएंगे साथ ही राजस्थान में सभी लोग पगड़ी/साफा पहनकर एक ऐसा दिन हर वर्ष बनाये जिसे हम पगड़ी /साफा दिवस के रूप में उत्सव की तरह बनाए ऐसी सरकार से इस कला को लेकर मांग की । पवन व्यास द्वारा बनाये गए ,दुनिया की सबसे छोटी व बड़ी पगड़ी के रिकॉर्ड व पगड़ी कला को जन जन तक पंहुचाने के इस कार्य के उपलक्ष्य में महारानी सुदर्शना कॉलेज की प्राचार्य विजय श्री गुप्ता व बीकानेर संभाग के आयुक्त नीरज कुमार पवन द्वारा पगड़ी कलाकार पवन व्यास को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में व्याख्याता श्रीकांत व्यास , सीमा व्यास ,मेगना व मणिशंकर ,राहुल , लोकेश , प्रफुल सहित कई प्रभावशाली व्यक्तित्व उपस्थित रहे ।