आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर के जाये जन्मे वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा का आज देर शाम निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। करीब 100 से अधिक कृतियों के रचयिता रंगा सरकारी सेवा में भाषा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे । लक्ष्मी नारायण रंगा को साहित्य अकादेमी का प्रतिष्ठित भाषा पुरस्कार उनके राजस्थानी नाटक ‘पूर्णमिदम’ के लिए अर्पित किया गया।इनका लिखा नाटक ‘अमर शहीद’ दसवीं के पाठ्यक्रम में लंबे समय तक राजस्थान के विद्यार्थियों को प्रेरित करता रहा।लगातार साहित्य सृजन में लगे रहने वाले रंगा ने नाटक, उपन्यास, कहानी, कविता, रिपोर्ताज, फिल्म, धारावाहिक का लेखन किया।
रंगा अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आपके ज्येष्ठ पुत्र कमल रंगा राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार हैं। छोटे बेटे राजेश रंगा नालंदा पब्लिक स्कूल के संचालक हैं। रंगा की अंत्येष्टि गुरुवार को नत्थूसर गेट के बाहर राजरंगों के श्मशान में सुबह होगी ।