अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि 26 मार्च से शुरू हुई नहरबंदी 24 मई तक जारी रहेगी। ऐसे में 60 दिन की नहरबंदी के दौरान प्रभावित 10 जिलों में पेयजल प्रबंधन के लिए समुचित इंतजाम रखे जाएं। उन्होंने जलाशयों एवं डिग्गियों में पेयजल स्टोरेज तथा टेल एण्ड तक पानी उपलब्ध कराने की पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए।
डॉ. अग्रवाल मंगलवार को जल भवन में जल जीवन मिशन, नहरबंदी के दौरान पेयजल प्रबंधन एवं विभाग से जुड़े अन्य मुद्दों की की समीक्षा कर रहे थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने नहरबंदी के दौरान पूरी तरह से प्रभावित होने वाले 8 जिलों बीकानेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर तथा आंशिक प्रभावित 2 जिलों सीकर एवं झुंझुनूं में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था रखने को कहा। साथ ही, पेयजल के स्टोरेज के लिए जलाशयों एवं डिग्गियों में अतिरिक्त पानी रखने, वैकल्पिक जल भण्डारण तथा जल प्रवाह के दौरान संवेदनशील हैड वर्क्स पर पानी की चोरी रोकने के लिए प्रशासन की मदद से पुख्ता इंतजाम करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि आंशिक नहरबंदी के दौरान पंजाब स्थित मैन कैनाल को बंद कर सरहिन्द फीडर से 2000 क्यूसेक (करीब 500 करोड लीटर) प्रतिदिन पानी इंदिरा गांधी नहर में प्रवाह से पेयजल व्यवस्था जारी रखी जाएगी। आंशिक नहरबंदी के आखिरी दिनों में नहर के विभिन्न हैड रेग्यूलेटर के बीच पौंडिंग की जाएगी एवं विभागीय डिग्गियों को भरकर पूर्ण नहरबंदी के दिनों में पेयजल व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में बताया गया कि नहरबंदी के दौरान जिला स्तर पर जल संसाधन विभाग एवं जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर जलापूर्ति, विभागीय स्टोरेज पूर्ण रूप से भरवाने, वैकल्पिक जल भंडारण, कृषकों की डिग्गी भरवाना आदि सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, पानी की चोरी रोकने एवं संवेदनशील हैड वर्क्स पर पुलिस एवं प्रशासन की व्यवस्था सुनिश्चित करने जैसे कदम उठाए जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि जोधपुर संभाग में राजीव गांधी लिफ्ट नहर से कायलाना एवं तख्त सागर को मिलाकर कुल 15 दिन का पेयजल भंडारण उपलब्ध है। जैसलमेर की 221 छोटी डिग्गियों एवं देवा माइनर पर बड़ी डिग्गी को आंशिक रूप से भर लिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों के लिए आकस्मिक योजनाओं के तहत नए नलकूप, पुराने नलकूप को शुरू करने एवं पम्प सेट आदि के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं। पूर्ण नहरबंदी से पहले ही समस्त स्वीकृत कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
आपको बता दें कि पंजाब सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, 26 मार्च से 24 अप्रेल तक आंशिक नहरबंदी एवं 25 अप्रेल से 24 मई तक पूर्ण नहरबंदी प्रस्तावित है। नहरबंदी के दौरान इन दस जिलों के 49 शहरों एवं 8294 गांवों की 1 करोड़ 80 लाख आबादी के लिए पेयजल व्यवस्था का प्रबंधन किया जाना है।
जेजेएम में जल कनेक्शनों की बढ़ी हुई गति बनाए रखें : डॉ. अग्रवाल ने जल जीवन मिशन के तहत प्रतिदिन जल कनेक्शनों की संख्या 27 मार्च को बढ़कर 20 हजार से अधिक होने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए फील्ड अभियंताओं को यह मोमेन्टम बरकरार रखने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि जेजेएम में वर्ष 2022-23 में अभी तक 13 लाख 30 हजार 918 कनेक्शन हो चुके हैं। मार्च माह में ही अभी तक 2 लाख 91 हजार 304 कनेक्शन हो चुके हैं। पिछले एक सप्ताह का औसत 15,902 जल कनेक्शन प्रतिदिन है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने परियोजनाओं की धीमी गति वाली कॉन्ट्रेक्टर फर्मों को भी कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों तक नल से जल पहुंचाया जा सके।
बैठक में एमडी जल जीवन मिशन श्री अविचल चतुर्वेदी, संयुक्त सचिव रामप्रकाश, मुख्य अभियंता (जल जीवन मिशन) आर. के. मीना, मुख्य अभियंता (प्रशासन) राकेश लुहाड़िया, मुख्य अभियंता (शहरी) केडी गुप्ता, मुख्य अभियंता (जोधपुर) नीरज माथुर सहित प्रदेश भर के पीएचईडी रीजन एवं प्रोजेक्ट्स से जुड़े अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता उपस्थित रहे।