भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को चोटिल होने से बचाने और वर्क लोड को मैनेज करने के लिए एक वैज्ञानिक तरीका खोज लिया है। परसो से शुरू हो रहे आईपीएल में भारत के सभी खिलाड़ियों को अपनी ऑफिसियल ड्रेस के साथ एक जीपीएस सिस्टम से लेस एक डिवाइस भी पहनना होगा। ये डिवाइस खिलाड़ियों की फिटनेस से जुड़ी करीब 500 प्रकार की सूचनाएं देगा। इस डिवाइस से पता लगेगा कि खिलाड़ी की स्पीड,एनर्जी लेवल,हार्ट बीट, प्लस रेट कैसे काम कर रही है। डिवाइस बताएगा कि इस सीमा के बाद खिलाड़ी के चोटिल होने की संभावना ज्यादा है। ये तकनीक बीसीसीआई ने तीन वजहों से अपनाई है। पहली खिलाड़ी को चोटिल होने से पूर्व ही प्राप्त सूचना के आधार पर आराम दिया जा सके। दूसरा टीम इंडिया को जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है,बीसीसीआई चाहती है कि आईपीएल के कारण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम इंडिया के कॉम्बिनेशन पर कोई फर्क नही पड़े और तीसरा इसी साल अक्टूबर से भारत में ही वन डे वर्ल्डकप होना है, इसलिए बीसीसीआई की पूरी कोशिश है कि वर्ल्डकप शुरू होने से पूर्व फिर कोई दूजा स्टार खिलाड़ी चोटिल न हो जाए और जिनकी फिटनेस लेवल तय मानकों से कम है, उस पर काम किया जा सके।
मनोज रतन व्यास