आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर पुलिस इन दिनों अपने सख्त रवैये को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है। वही दूसरी और बड़े स्तर पर ब्याज माफियाओं की हरकतें पुलिस को चुनौती देते नजर आ रही है।
दरअसल जिले की एसपी तेजस्वनी गौतम ने अपने दिए एक बयान में कहा था कि जिलें के सूदखोरों के खिलाफ पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी। मगर अब तक इस क्षेत्र में पुलिस ब्याज सरगनाओं को रोकने विफल साबित हुई है। इसका एक बड़ा कारण है ब्याज माफियाओं से बड़े ब्याज पर पैसे लेने वाला व्यक्ति लोक लाज और समाज के चलतें उनके गलत कृत्यों का विरोध नही कर पाता। परिणामस्वरूप उसे माफियाओं से धमकी मिलना और जलील होने के साथ रकम से कई गुना अधिक ब्याज चुकाना पड़ता हैं।
इसके साथ ही एक नेटवर्क और भी चलता है जो पीड़ित पक्ष को पुलिस और कानूनी कार्रवाई तक पहुंचने नही देता और आपसी समझौतों के नाम पर बात और अपराध को वही चुप करवा देता है।
बीते 24 घन्टो में शहरी परकोटे में तीन ऐसे मामलें सामने आए है जिनमें पैसों की लेनदेन को लेकर धमकी और मारपीट की जानकारी सामने आई है। शहर के मोहता चौक और नत्थूसर गेट के साथ गेमना पीर रोड़ पर ऐसे मामलें घटित हुए जिनमें पीड़ित के साथ ज्यादती हुई वही एक मामलें में पीड़ित पक्ष एसपी के समक्ष पेश भी हुआ है ऐसा सुनने में आया है। बरहाल शहर में फैल रहे बड़े स्तर पर अनैतिक ब्याज के धंधे पर नेताओं की चुप्पी भी समझ से बाहर वाली बात है। पुलिस को चाहिए कि ऐसे लोगों की लिस्ट बनाकर उन पर कानूनी कार्रवाई करें ताकि इस समस्या से शहर को मुक्ति मिल सके।