बीकानेर स्थापना दिवस पर मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष गोपाल कृष्ण व्यास ने नगर वासियों को शुभकामनाएं दी, साथ ही आयोग अध्यक्ष व्यास ने बीकानेर शहर की खूबसूरती को अपने शब्दों के जरिए कविता में पिरोया है: पढ़े कविता
पन्द्रह से पेतालवै
सूद बैशाख सुमेर,
थावर बीज थरपियो
बीके- बीकानेर,
सावण में स्वावणो
सगळा रे मन भावणो,
हरख प्रेम रो संदेश देवे
जग चावो माहरो बिकाणो,
रँग बिरंगी पतंग उड़ावां
स्वादिष्ट खीचडो खावणो,
गलवाणी अर इमली रो
रूच रूच भोग लगावणो,
लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में
दरसण करण जावणो,
करणी माता रे चरणा में
झुकावै शीश बिकाणो,
दाऊ जी अर रत्न बिहारी
बीकानेर रा रखवारा,
नागणेची अर माँ करणी रा
दरसण घणा सुहावणा,
कोडमदेसर रा भेरू बाबा
मिनखां री इंछा पूरी करे,
संकट आवै बीकाणा पर
सगळा रो संकट दूर करे,
आखातीज री छटा निराली
हिलमिळ हरख मनावांला,
छोटू मोटू रा रसगुल्ला सागे
भायला गोठ मनावांला,
ओझिया मराज री रबड़ी रो
आनंद में घणोई लेवांला,
नाथूसर गेट,भेरु कुटिया पर
बूंटी री भोग लगावांला,
गजनेर लालगढ़ जूनागढ़ रो
दुनिया मे डंको बाजै है,
कोटगेट अर जस्सूसर गेट रो
बिकाणो गरबीलो होवै है,
साहित्य,संगीत,लोक कला
हिवड़े में हरख जगावै है,
बीकाणा री पवित्र माटी मे
सावण सुगन्ध भी आवै है,
बीकाणा री ईण धरती माथै
जद देव रमण ने आवैला,
चांदी ज्यूँ चमकता धोरां माथै
ढोल औऱ नगाड़ा बाजैला,