आपणी हथाई न्यूज,कल बीकानेर शहर में हुई तेज बारिश ने जगह जगह तबाही मचाई । आज एक बार फिर जूनागढ़ की उत्तर दिशा की तरफ की खाई टूट गई व खाई के चारों तरफ बने गंदे पानी का नाला भी टूट गया जिससे सारा गंदा पानी इस खाई में ही जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता चौरू लाल सुथार ने बताया कि जूनागढ़ के चारों तरफ खाई की ही दीवार के सहारे बहुत बड़ा गंदे पानी का नाला बना हुआ है इसी नाले का गंदा पानी इसी खाई में जगह जगह से रिस रहा है व सारा पानी इसी खाई में जा रहा है । बस यही एक कारण है इस खाई की दीवार के गिरने का।
हर साल बारिश होती है और यह खाई टूटती है। अगर इस पुरातत्व विरासत को बचाना है तो सबसे पहले इसके चारों तरफ बने नाले को यहां से हटाना होगा तब कहीं जाकर जूनागढ़ की खाई की बाहरी दीवार सुरक्षित होगी वरना एक दिन ऐसा आएगा कि इसी पानी के कारण कहीं जूनागढ़ के महल इसकी चपेट में न आ जाएं।
सुथार ने आगे बताया कि केवल खाई की दीवार ही नहीं गिरी गत वर्ष की तरह सड़क का काफी हिस्सा भी इसकी चपेट में आ चुका है व कभी भी सड़क का बड़ा भाग धिसक सकता है। आज दोपहर को ही नगर निगम व नगर विकास के अधिकारियों का दल इसका निरीक्षण करने पहुंच गया । समय रहते जहां खाई टूटी है उसके बाहर सड़क पर अगर बेरिकेट्स नहीं लगाए गए तो सड़क पर कोई वाहन सड़क में धंस कर दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है इस बाबत वहां पहुंचे अधिकारियों से आग्रह भी किया जा चुका है जिस पर उन्होंने तुरंत कार्यवाही का आश्वासन भी दिया ।
सुथार ने बताया कि जूनागढ़ क़िले के ट्रस्ट के पदाधिकारियों व जिला प्रशासन को चाहिए कि इस प्रकार बढ़ रही समस्या के स्थायी निवारण हेतु एक ठोस कार्य योजना बनाकर जूनागढ़ की खाई की दीवार के पास बने नाले को सर्वप्रथम प्लान बनाकर यहां से हटाया जाए व दीवार के पास मुहाने पर बने सार्वजनिक शौचालय को भी हटाया जाए व खाई की दीवार के सटते हुए जो भी कीओस्क या निर्माण है उनको सुरक्षा की दृष्टि से तुरंत हटाया जाए कारण जिस प्रकार यह खाई जगह जगह से जर्जर होकर टूट रही है ऐसा न हो कि किसी दिन ये पास में बने निर्माण ही इसी खाई में समा जाए व कोई बड़ी जनहानि हो जाये।
सुथार ने बताया कि अगर जिला प्रशासन व जूनागढ़ ट्रस्ट/प्रशासन इस गंभीर होती समस्या पर समय रहते नहीं चेता तो वह दिन दूर नहीं कि कब यह खाई किसी को अपनी चपेट में ले ले व साथ ही जूनागढ़ किले को भी जबरदस्त खतरा पैदा होता जा रहा है। कारण आखिर यह सारा का सारा गंदा पानी खाई के माध्यम से किले की किस दिशा में समा रहा है अगर ऐसा होता है तो किले के महलों तक पहुंचने में देर नहीं लगेगी व धीरे धीरे यही पानी किले के अंदरूनी भाग को भी अपनी चपेट में ले लेगा व अगर महलों की नींव तक पहुंचने में सफल होता है तो फिर किले को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है ।
सुथार ने अपनी चिंता से जिला प्रशासन के साथ साथ जूनागढ़ ट्रस्ट के पदाधिकारियों को अवगत कराया है व आग्रह किया है कि इसे हल्के में न लेकर इस विषय पर गंभीरता से विचार कर इस पुरातत्व की विरासत को कैसे बचाया जा सकता है एक ठोस कार्य योजना के तहत कार्यवाही अमल में लाने की नितांत आवश्यकता है । रहा सवाल सिवरेज के नाले का तो इसे खाई के चारों तरफ से हटाकर सड़क के दूसरे किनारे पर बनाया जावे ताकि खाई को इसी पानी से बार बार होने वाले नुकसान से बचाया जा सके व अगर किले की खाई सुरक्षित रहेगी तो किला भी अपने आप सुरक्षित रहेगा ।