आपणी हथाई न्यूज़,इस साल के अंत में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के बड़े नेताओं द्वारा भाजपा का दामन थामा जा रहा है और यह सिलसिला लगातार आगे भी जारी रहेगा। गौरतलब है कि 30 मई को केंद्र की भाजपा सरकार अपने 9 वर्ष पूरे कर रही है, सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर भाजपा संगठन द्वारा 30 मई से 30 जून तक सघन जनसंपर्क अभियान प्रदेश में चलाया जाएगा इस दौरान कई बड़े नेताओं की भाजपा में एंट्री हो सकती है।
सुभाष महरिया व भवानी सिंह कालवी जैसे नेताओं की भाजपा में एंट्री के साथ ही एक बार फिर भाजपा के कद्दावर नेता रहे देवीसिंह भाटी के नाम को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है। देवीसिंह भाटी पश्चिमी राजस्थान के भाजपा के बड़े चेहरों में शामिल रहे हैं और कई बार उनकी भाजपा में एंट्री को लेकर कयास लगाए गए। इस साल वसुंधरा राजे के बीकानेर में हुए दो-तीन दौरों के दौरान भाटी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई गई लेकिन सूत्रों की माने तो अब तक इस पर पार्टी के भीतर सहमति नहीं बन पाई है।
आपको बता दें भाजपा ने घर वापसी करने वाले नेताओं को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधायक वासुदेव देवनानी की एक कमेटी बनाई है जिसके द्वारा पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा की एंट्री करवाई गई,उस वक्त भी भाजपा नेता देवीसिंह भाटी की एंट्री को लेकर अटकलें लगाई गई। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो देवीसिंह भाटी की भाजपा में एंट्री को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहज नहीं है इसकी वजह भाटी द्वारा लोकसभा चुनाव में सांसद अर्जुन राम मेघवाल का विरोध करना बताया जा रहा है।
कोलायत विधानसभा क्षेत्र से से 7 बार के विधायक रहे देवीसिंह भाटी अपने बेबाक अंदाज के चलते पश्चिमी राजस्थान में काफी लोकप्रिय है। देवी सिंह भाटी का प्रभाव कोलायत विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ बीकानेर के सातों विधानसभा क्षेत्र में माना जाता है जिसके चलते यह माना जा रहा है कि इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले देवीसिंह भाटी की घर वापसी हो सकती है। राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि अगर देवी सिंह भाटी भाजपा में शामिल होते हैं तो पश्चिमी राजस्थान में भाजपा मजबूत हो सकती है।