सोमवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा किसान महापंचायत का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में किसान इस महापंचायत में पहुंचे। महापंचायत को आरएलपी पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल, मेड़ता विधायक इंद्रा बावरी, गोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल,बीकानेर RLP पार्टी नेता विजयपाल बेनीवाल सहित कई नेताओं ने किसानों को संबोधित किया।
इस दौरान 51 किलो फूल माला से हनुमान बेनीवाल का स्वागत व अभिनंदन किया गया। महापंचायत में पहुंचे किसानों को संबोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी पार्टी प्रदेश की पहली ऐसी पार्टी जिसने कभी एक रुपए की रसीद नहीं काटी, एक रुपए का चंदा किसी से नहीं, केवल और केवल प्रदेश की नौजवान व किसानों की बदौलत यह पार्टी चल रही है। और यही कारण है कि आज हनुमान बेनीवाल हिमालय की तरह खड़ा है, जो किसी से नहीं डरता, न अमित शाह से डरता और नही गहलोत से । बेनीवाल केवल प्रदेश के नौजवानों व किसानों का जयकारा लगाता है, किसी नेता का जयकारा नहीं लगाता है।
बेनीवाल ने कहा कि छोटे भाईयों व किसानों की हालात को देखकर मंत्री पद छोड़कर आपके बीच आया हूं, नेता तो आपके जिले में भी बहुत है, कोई रॉयल्टी का ठेका लेकर बैठा है तो कोई जिप्सम खोदते-खोदते बॉर्डर पर चला गया, लेकिन उनकी भूख नहीं मिट रही, वे लोग पैसों के बल पर राजनीति करना चाहते है। एक आपका भाई है जिसने पार्टी भी बना ली, लेकिन अभी एक रुपए की किसी की रसीद नहीं काटी, यह देश की ऐसी पहली पार्टी है जो आपके आर्शीवाद से चल रही है।
बेनीवाल ने कहा कि हमारे नेताओं के मन अगर खोट हीं होती तो आसपास के सभी क्षेत्र नहरों से जुड़ जाते, पंजाब के किसानों की तरह हमारा किसान भी आज मजबूत होता। हमारी बहन-बेटिया व लड़के विदेशों में पढ़ते। लेकिन हमारे नेताओं की सोच यह थी कि अपना घर का काम निकालना, प्रॉपर्टियां बना लेना और एक पार्टी का दुपट्टा निकालकर दूसरी पार्टी का दुपट्टा पहन लेना। कभी अशोक गहलोत, कभी सचिन पायलट,कभी नरेन्द्र मोदी तो कभी सोनिया-राहुल गांधी तो वसुंधरा काम में हमारे नेता लगे ओर आप लोग पीछे रह गए।
बेनीवाल ने वसुधरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि वसुंधरा राजे से उनके पति से झगड़ा था, मेरे से नहीं था, लेकिन मैंने आपके लिए वसुंधरा से झगड़ा किया। क्योंकि वो हमारे लोगों को कुछ नहीं समझती थी। लेकिन जब मैं उनसे लड़ा तो वो कहने लगी कि मैं जाटों की बहू हूं, पहले तो ऐसे ही वोट ले गई और राजस्थान में ठगी की जो अभी भी जारी है। बेनीवाल ने कहा कि मैं जब आरोप लगाता था तो मीडिया प्रमाण मांगती थी, लेकिन अब अशोक गहलोत ने प्रमाण दे दिया और कह दिया कि मेरी सरकार का वसुंधरा ने बचाई, इससे बड़ा प्रमाण मैं आपको और क्या दे सकता हूं। गहलोत – वसुंधरा मिलजुलकर प्रदेश की सरकार को चला रहे है। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में लूट का आलम यह हो गया कि दिल्ली के सेंटर हॉल के अंदर उत्तरप्रदेश, बिहार के सांसद मुझे कहते है कि हनुमान जी कुछ बच्चों को डिग्ग्री करवानी है, हमारे यहां तो डिग्रीयां बंद हो गई, आपके राजस्थान में चालू है तो क्या रेट है। बेनीवाल ने कहा कि यह इज्जत देश में राजस्थान की बनी हुई है।
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश का किसान कर्ज के बोझ के तले आत्महत्या कर रहा है, लेकिन उनकी दुर्दशा पर आंसू बहाने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में कर्जमाफी के आंदोलन को हवा देने वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी थी। जिसने अलग-अलग क्षेत्रों में हुंकार रैली निकाली। कर्ज माफी के दावे और वादों को अगर किसी ने याद दिलाया तो वह थी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी। बेनीवाल ने कहा कि किसानों आंदोलन के दौरान यह बात अड़ी थी कि दिल्ली- – जयपुर राजमार्ग को कौन रोकेगा? जो गुजर आंदोलन के दौरान भी नहीं रुका था। लेकिन जब मुझे किसान नेताओं ने इसकी जिम्मेदारी तो इस जिम्मेदारी को सबकुछ त्यागकर बखूबी पूरा भी किया।
इस दौरान बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश के किसानों व नौजवानों की प्रत्येक समस्या को लेकर अगर कोई खड़ा है तो वह एक मात्र राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी है। इस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता क्षेत्र की समस्या को लेकर सड़क पर उतरा है। अगर कही कोई घटना हो गई तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का कार्यकर्ता टूट पड़ता हैं और थाने से लेकर कलेक्ट्रेट परिसार का घेराव करता है और उसके अगले तीन घंटे अंदर-अंदर सरकार को समस्या का हल करने लिए मजबूर कर देता है। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा आंदोलन किय तो वो बीकानेर के नौजवानों ने किये। बेनीवाल ने कहा कि हम एसी कमरे में बैठक
वोट मांगने वालों में से नहीं है।